कोरोना की दूसरी लहर से स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाब पड़ा है। इसका प्रभाव एकीकृत कोरोना केयर कमांड व वैक्सिनेशन पर भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वास्थ्य वैक्सिनेशन और एकीकृत कमांड के प्रभावी संचालन के प्रति सक्रियता से प्रयास कर रहे है। इसके दृष्टिगत वह लगातार विभिन्न जनपदों की यात्रा कर रहे है।
मुरादाबाद, बरेली, काशी के बाद वह गोरखपुर पहुंचे। इन सभी स्थानों पर वह आपदा प्रबंधन का स्वयं जायजा ले रहे है, उनका भौतिक परीक्षण निरीक्षण कर रहे है। वह पीड़ितों से भी सीधा संवाद कर रहे है। उनको मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ले रहे है। वह मंडल के अधिकारियों से भी वर्चुअल संवाद कर रहे है। एकीकृत कमांड में पहुंच कर मुख्यमंत्री वहां की व्यवस्था व कार्य प्रणाली को देख रहे है। विगत दिवस उन्होंने काशी से लौटकर लखनऊ में अधिकारियों को वैक्सिनेशन में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया था। उनके निर्देशों के क्रम में प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
इसके तहत कोविड वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। अठारह से चवालीस आयुवर्ग के टीकाकरण का यह कार्य चरणबद्ध ढंग से सभी जनपदों में विस्तारित किया जाएगा। इस आयुवर्ग को प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से निःशुल्क टीकाकरण की सुविधा प्रदान कर रही है। प्रदेश में पैंतालीस वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए निःशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम चार हजार से अधिक केन्द्रों में भारत सरकार के सहयोग से चलाया जा रहा है।
टीकाकरण कार्यक्रम के सुचारू प्रबन्धन हेतु लोगों को प्री रजिस्ट्रेशन द्वारा टीकाकरण लगवाने की व्यवस्था की गयी है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर व स्पोर्ट्स कॉलेज में बन रहे डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके अलावा उन्होंने बोइंग कंपनी द्वारा प्रस्तावित दो सौ बेड के आईसीयू अस्पताल के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।
प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी संसाधनों के साथ साथ विभिन्न कॉर्पोरेट व मल्टी नेश्नल कंपनियों के संयोग से प्रदेश में चिकित्सीय सुविधाओं के विस्तार की ओर एक बहुत बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों को समुचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने को प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है। अधिकारी उन सभी स्थानों को चिन्हित करें जहां कोविड अस्पताल बनाए जा सकते हैं।
हर स्थान पर सभी आवश्यक संसाधन युक्त ढाई सौ बेड के अस्पताल का लक्ष्य लेकर तैयारियों को यथाशीघ्र पूरा करें। उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन स्थित इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एन्ड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। प्रत्येक काउंटर पर जाकर वहां के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों को निर्देशित किया कि संक्रमितों के इलाज में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। हर प्रदेशवासी के जीवन की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या शिथिलता अक्षम्य होगी।