मुन्ना बजरंगी हत्याकांड। सोमवार को कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। जिसने जेल के अंदर की सुरक्षा को लेकर कई प्रश्न चिन्ह लगा दिए। इस घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुए दोषी पाए गए जेलर समेत चार जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, कारतूस व खोखे कड़ी मशक्कत के बाद जेल के गटर से बरामद कर लिये गए हैं।
मुन्ना बजरंगी हत्याकांड : गटर से निकाले गए पिस्टल और कारतूस
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी के हत्याकांड के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि मुन्ना बजरंगी हत्याकांड मामले में कार्यवाही करते हुए लापरवाही के आरोप में बागपत जेल के जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वॉर्डर अरजिंदर सिंह और वॉर्डर माधव कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।
- मुन्ना के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर्स के पैनल द्वारा कराया गया और उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
साथ ही उन्होंने कहा कि बताया कि हत्या में इस्तेमाल पिस्टल और कारतूस जेल के ही गटर में फेंके जाने की सूचना मिली थी। जिस पर गटर को साफ करने की मशीन जेल के भीतर ले जाई गई। मशीन के जरिए गटर की सफाई की गई, जिसके बाद गटर से 32 बोर की पिस्टल, दो मैगजीन, 10 खोखा कारतूस व 22 जिंदा कारतूस बरामद किये गए हैं।