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परम्परा के अनुरूप मोदी का पर्व

PM नरेंद्र मोदी के लिए पर्व अवकाश का अवसर नहीं होता। इस दिन भी सरकारी या सामाजिक कार्यो में व्यस्त रहते है। सार्वजनिक जीवन में आने के बाद वह अपनी इसी परम्परा का निर्वाह कर रहे है। इसमें मुख्यमंत्री के रूप में चौदह व प्रधानमंत्री के छह वर्ष भी शामिल है। प्रधानमंत्री के रूप में सातवीं बार भी दीपावली पर सैनिकों के बीच रहे। इस बार भी उन्होंने जवानों का मुंह मीठा कराया,उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही देश को सन्देश भी दिया। उनकी अपील पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी शहीदों की स्मृति में दीप प्रज्ववलित किया।

नरेंद्र मोदी दीपावली पर जैसलमेर के निकट पाकिस्तानी सीमा पर बनी लोंगेवाला पोस्ट पर गए थे। वह 2014 में सियाचिन 2015 में अमृतसर बॉर्डर, 2016 में हिमाचल प्रदेश से लगते चीन बॉर्डर, 2017 में जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में 2018 में उत्तराखंड स्थित चीन बॉर्डर के पास हरसिल गांव के निकट कैंट क्षेत्र, 2019 में मोदी जम्मू कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए पहुंचे थे।

भारतीय सीमा में जैसलमेर के समीप लोंगेवाला पोस्ट पर इकहत्तर के युध्द में मात्र सवा सौ भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के करीब तीन हजार सैनिकों को पराजित किया था। नरेंद्र मोदी ने लोंगेवाला पोस्ट से देशवासियों से तीन बातों का आग्रह किया। कहा कि कुछ नया करने की आदत डालिए और इसे जिंदगी का हिस्सा बना लीजिए, योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाए रखिए,और अपनी मातृभाषा,हिंदी और अंग्रेजी के अलावा,कम से कम एक भाषा जरूर सीखिए।

उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि उसके पास ताकत भी है और सही जवाब देने की राजनीतिक इच्छाशक्ति भी है। आज भारत आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारता है। आज दुनिया ये समझ रही है कि ये देश अपने हितों से किसी भी कीमत पर रत्ती भर भी समझौता करने वाला नहीं है। अनेक स्टार्ट अप्स सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए आगे आए हैं। डिफेंस सेक्टर में भारत आत्मनिर्भरता के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

 

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