फिरोजाबाद। कोरोना बीमारी से बचने के लिए बार बार यह हिदायत दी जाती है कि सोशल डिस्टेन्स का हर हाल में पालन हो और लोग मुंह पर मास्क लगाकर रखें। लेकिन फ़िरोज़ाबाद में पुलिस के जवान खुद इन नियमों को धता बताते यहां-वहां घूम रहे हैं। एक वायरल फोटो ने पुलिसकर्मियों की मनमानी की पोल खोल कर रख दी है।
बाइक पर बिना मास्क के तीन लोग थे सवार
फ़िरोज़ाबाद पुलिस की सोशल मीडिया पर जो फोटो वायरल हो रही है वह जिला अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर का है। इस फोटो में एक बाइक पर तीन लोग बैठे हैं। जिनमे से दो पुलिस के जवान हैं, जबकि एक आम नागरिक है। जिसे किसी जुर्म में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिसकर्मी इस सख्श का डॉक्टरी परीक्षण कराने के लिए लाए थे। लेकिन कानून का कितना पालन हुआ फोटो उसकी पोल खोलती नजर आ रही है। पुलिसकर्मियों द्वारा न तो सोशल डिस्टेन्स का ही पालन किया गया है और ना ही बीच में बैठे गिरफ्तार अपराधी को मास्क लगाया गया था। अगर इस अपराधी की रिपोर्ट पॉजिटिव निकलती है तो जाने-अनजाने ही सही ये दोनों पुलिस कर्मी भी वायरस की चपेट में आ सकते हैं।
बगैर मास्क के घर से निकलने पर लगता है जुर्माना
सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये मॉस्क लगाना जरूरी है और अगर कोई ऐसा नही करता है तो उससे पांच सौ रुपया का जुर्माना भी वसूला जाता है। फ़िरोज़ाबाद की बहादुर पुलिस गलती से भी मास्क घर पर छोड़कर आने वालों को अपराधियों की भांति पकड़ती है और उनपर जुर्माना भी आरोपित किया जाता है। लेकिन सवाल यह है कि नियम तोड़ने वाले इन पुलिसकर्मियों पर कौन जुर्माना लगाएगा!
कई पुलिसकर्मी हो चुके है संक्रमित
बीमारी किसी को नही देखती न जाति देखती है और न मजहब और ना ही वर्दी को देखकर डरती है। फ़िरोज़ाबाद में कई पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जिनमे से ज्यादातर रामगढ़ थाने में तैनात हैं। हालांकि अब वो सभी ठीक हो चुके हैं। वायरल फोटो में पुलिसकर्मियों द्वारा जिस तरह लापरवाही बरती जा रही है वह क़हीं न कहीं यह बताने के लिए काफी है कि पुलिस के इन जवानों को न तो कोरोना का डर है और ना ही कानून का डर!
रिपोर्ट-अरविंद शर्मा