छह बार की विश्व एमेच्योर बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम के रूप में प्रियंका चोपड़ा जोनास की मंत्रमुग्ध कर देने वाली बायोपिक आज 8 साल पहले रिलीज़ हुई थी।मैरीकॉम का जन्म वर्ष 1983 में मणिपुर के चुराचांदपुर ज़िले स्थित कांगथेई गांव में एक किसान परिवार में हुआ था।
वह अपने माता-पिता की कुल तीन संतानों, दो बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी हैं। बहुत कम लोगों के पता है एमसी मैरी कॉम का पूरा नाम मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम है। जीवन में विभिन्न चुनौतियों को पार कर के मैरी ने मुक्केबाजी की दुनिया में अपना नाम सुनहरे शब्दों में दर्ज़ कराया है।मैरी की बायोपिक 2014 में रिलीज़ हुई थी।फिल्म ने भारतीय दर्शकों पर बहुत प्रभाव डाला और कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए।
यह 2014 के प्रतिष्ठित टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरुआत में प्रदर्शित होने वाली पहली हिंदी भाषा की फिल्म बन गई। यह फिल्म केवल 18 करोड़ में बने होने के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर लगभग 104 करोड़ की कमाई करने में सफल रही।
ओमंग कुमार द्वारा निर्देशित, मैरी कॉम की बायोपिक में अनुभवी महिला मुक्केबाज़ के मां बनने के बाद खेल में वापसी और 2008 की विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में जीत की कहानी को दिखाई गई है। आज इंस्टाग्राम पर उसी के बारे में पोस्ट किया, जहां उन्होंने लिखा “मेरी पहली निर्देशित फिल्म ‘मैरी कॉम’।
इसे संभव बनाने वाले सभी लोगों का धन्यवाद। यह फिल्म मेरे लिए हमेशा खास रहेगी’प्रियंका चोपड़ा ने इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी फिल्म में उनके निजी जीवन की तुलना में उनके पेशेवर करियर की बारीकियों पर अधिक प्रकाश डाला गया है।