कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को कहा कि किसानों के अधिकारों और युवाओं के लिए संघर्ष करने वाले हार्दिक पटेल को भाजपा बार-बार परेशान कर रही है। गौरतलब है कि शनिवार को राजद्रोह के एक कथित मामले में कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को गिरफ्तार किया गया। प्रियंका का बयान इसी के बाद आया है। हार्दिक को 24 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अहमदाबाद के एक ट्रायल कोर्ट में राजद्रोह के एक कथित मामले के सिलसिले में पेश नहीं होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।
प्रियंका गांधी ने इसे लेकर ट्वीट करके कहा, ‘ भाजपा बार-बार हार्दिक पटेल को परेशान कर रही है, जो किसानों के अधिकारों और युवाओं के लिए रोजगार के लिए लड़ता है। हार्दिक ने लोगों की आवाज उठाई है, उनके लिए नौकरी मांगी है, छात्रवृत्ति की मांग की है। किसानों का आंदोलन शुरू किया। भाजपा इसको देशद्रोह करार दे रही है।’ हार्दिक पटेल 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे।
पटेल का दावा उनके खिलाफ सबूत नहीं
पटेल को 2015 में क्राइम ब्रांच ने उनकी भड़काऊ टिप्पणियों के लिए राजद्रोह के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया था, जहां उन्होंने कथित तौर पर अपने समर्थकों को आरक्षण के लिए आत्महत्या करने के बजाय पुलिसकर्मियों को मारने के लिए कहा था। हालांकि, पटेल ने दावा किया है कि उनके खिलाफ सबूत नहीं है।
गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद हर्दिक पटेल को गिरफ्तार किया गया
शनिवार को पटेल की गिरफ्तारी की पुष्टि डीसीपी राजदीपसिंह जला (साइबर अपराध) ने की। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद हर्दिक पटेल को वीरमगाम के पास से गिरफ्तार किया है। हम उन्हें अदालत में पेश करेंगे। 25 अगस्त 2015 को अहमदाबाद में पटेल समुदाय द्वारा एक रैली के दौरान हिंसा भड़कने के बाद स्थानीय अपराध शाखा द्वारा दायर एक राजद्रोह के मामले में पटेल को पहले गिरफ्तार किया गया था।
जुलाई, 2016 में पटेल को जमानत दी गई थी
जुलाई, 2016 में पटेल को जमानत दी गई थी और नवंबर, 2018 में मामले में उनके और अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए गए। पाटीदार नेता के वकील द्वारा दायर किए गए छूट आवेदन के खिलाफ सरकार की याचिका स्वीकार करने के बाद शनिवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश बी जी गनात्रा ने पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।