रायबरेली। ऊंचाहार किसानों के साथ पराली जलाने पर जहां मुकदमा लिखने के साथ साथ जुर्माना तक का प्रविधान शासनादेश के मुताबिक है लेकिन जब ब्लाक परिसर मे पराली व कुछ विभाग के कागजात जलाएं जाएं तो कोई कार्यवाही का मायने नही रखता है ये हम नही बल्कि ब्लाक में सरेआम जलाए गए पराली के धुंध की तस्वीर कह रही है। ऊंचाहार नगर के लखनऊ से प्रयागराज हाइवे मार्ग से सटकर ब्लाक ऊंचाहार का मुख्यालय बना हुआ है जहां पर कुल 54 ग्राम पंचायतो के अभिलेखों के साथ साथ ब्लाक तक के अभिलेख रहते है।जहां पर ब्लाक के स्तरीय बीडीओ, एडीयो पंचायत व ग्राम पंचायत एवं ग्राम विकास अधिकारी व बाबूओं तक का सरकारी आवासीय कमरा है।जिसमे ब्लाक प्रांगण में शुक्रवार के दिन सरेआम फूसफास व पराली एवं कुछ कागजात जलाए। वहां बेहद तेज धुआं की धुंध उठती रही।
लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उसको देखने के बाद नजर अंदाज करते हुए दिखे।जिसमेे शासनादेश है कि पराली व अन्य कोई भी वस्तु जिसमें अधिक धुवां हो न जलाया जाय। जिसमे डीएम ने ग्रामीणांचलों के खेतों तक मे पराली जलाने पर किसानों को चेतावनी दिया है कि मुकदमा के साथ साथ जुर्माना तक किया जा सकता है।जिसमे ग्राम प्रधानों के द्वारा सूचना पराली जलने पर न देने पर ग्राम प्रधानो तक के खिलाफ कार्यवाही का पत्र तक जारी किया गया है।
जिसमे ब्लाक के बीडीओ व एडियो पंचायत व ग्राम पंचायत मे तैनात सचिवों व लेखपालों तक को कार्यवाही करने की अनुमति है।जिसमे हंसी की बात ये है कि ब्लाक मुख्यालय मे ही सरेआम उसका मखौल उड़ाते हुए सरेआम फूसफास व कागजात एवं पराली जलाये जा रहे है ये भी कृत्य जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा ब्लाक मे बैठे जिम्मेदार अधिकारी के आंखो के सामने शुक्रवार के दिन किया गया।
जिसकी सूचना कुछ लोगों के द्वारा तहसील के मातहत अधिकारियों को दी । लेकिन वे भी नजर अंदाज करते हुए नजर आए है। जिसमे ब्लाक के बीडीओ विजयंत सिंह ने बताया कि हम ब्लाक में नही हैं जांच करके ही कुछ बता पाएंगे जबकि एसडीएम ने कहा कि हम भी जांच करने के बाद ही विधिक कार्यवाही की जा सकती है। अब देखना है इस मामले में जिलाधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा