लखीमपुर खीरी. योगी सरकार जहां एक तरफ किसानों को नई नई सुविधाएं प्रदान करने की बात कहती फिर रही है तो वहीं दूसरी तरफ उनके मातहत सरकारी योजनाओं को पलीता लगते नजर आ रहे हैं। पुराने ढर्रे पर काम करने के आदि हो चुके गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी अपने पुराने रवैया से बाज नहीं आ रहे। गेहू क्रय केंद्र पर असुविधाओं का अंबार लगा हुआ हुआ,न तो यहां किसानों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था है और न ही पीने के पानी की सुविधा। बिजौलिया खानपुर निवासी प्रताप सिंह जब अपना गेहूं मोहम्मदी के बौधी खुर्द स्थित रसद विभाग द्वारा संचालित गेहूं क्रय केंद्र पहुंचे तो केंद्र प्रभारी ने बताया कि मेरे पास लेबर नहीं है। जब किसानों ने इस सम्बन्ध में SDM मोहम्मदी को फोन द्वारा सूचित किया गया तो एसडीएम मोहम्मदी ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। एसडीएम मोहम्मदी नागेंद्र कुमार सिंह ने पाया कि वहां पर लेबर नहीं है। इससे नाराज एसडीएम ने तुरंत सेंटर को बंद करवा कर नाराज किसानों को कार्यवाही का आश्वासन देकर अपने दायित्वों की इतिश्री कर ली।
किसान कितना संतुष्ट:
लेकिन सोचने वाली बात यह है कि SDM द्वारा क्रय केंद्र बंद करवाने से क्या किसानों की समस्या का समाधान तो गया!!
कब खत्म होगा सुविधा शुल्क का चलन:
किसानों द्वारा मंडी समिति एवं खाद्य रसद विभाग द्वारा संचालित क्रय केंद्र केंद्र पर पता किया गया तो क्रय केंद्र पर स्थित केंद्र प्रभारी ने बताया कि 40 रुपए प्रति क्विंटल का सुविधा शुल्क लगेगा तभी गेहूं तुल पाएगा। इतना ही नही जो किसान सुविधा शुल्क देने का विरोध करते हैं उनके अनाज में मानकों का अड़ंगा लगा दिया जाता है।
नोडल अधिकारी बने अंजान:
जब इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी डिप्टी आरएमओ के नंबर 7839565133 पर संपर्क किया गया तो डिप्टी आरएमओ ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए स्थिति का पता लगाकर किसानों की समस्या का समाधान जल्द करने का आश्वासन दे अपना पल्ला झाड़ लिया।
सीएम कार्यालय पर मिली मेल आईडी:
जब किसानों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के दूरभाष नंबर पर संपर्क किया तो कार्यालय से ईमेल ID दी गई,और बोला गया कि आप लोग अपनी समस्या हमें मेल कर दीजिए। साथ ही आश्वासन मिला कि जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान किया जायेगा।
रिपोर्ट: सुखविंदर सिंह