दुनिया का सबसे शक्तिशाली विमान राफेल देश में आ चुका है. और अब वायुसेना दिवस की परेड में हिस्सा भी लेने वाला है. वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने खुद इसकी जानकारी दी.
वायुसेना प्रमुख ने वायुसेना दिवस पर होने वाली परेड के बारे में कहा कि भारत आने के बाद यह पहला मौका है जब सार्वजनिक रूप से राफेल जेट अपने जौहर दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि राफेल को 2 फॉर्मेशन का हिस्सा बनाया गया है.
‘विजय’ फॉर्मेशन में राफेल के साथ जगुआर उड़ान भरेंगे. इसके बाद ‘ट्रांसफॉर्मर’ फॉर्मेशन में शामिल होकर राफेल अपने जौहर दिखाएगा. भदौरिया ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान के आगे से हमें काफी बढ़त मिलेगी. इससे हमें ये भी फायदा होगा कि हम तेजी से और मजबूत कार्रवाई कर पाएंगे.
उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना 8 अक्टूबर को अपनी 88वीं वर्षगांठ पूरे गर्व से मनाएगी. इस अवसर पर हिंडन (गाजियाबाद) स्थित वायु सैनिक अड्डे पर वायुसेना दिवस परेड एवं अलंकरण समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वायुसेना के विभिन्न युद्धक विमान रोमांचकारी करतबों का प्रदर्शन करेंगे.
उन्होंने कहा कि चीन के साथ जारी सीमा पर तनाव के बीच भारतीय सेना लगातार मजबूत होती जा रही है. भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान जैसी मजबूत शक्ति मिली है. अब वायुसेना दिवस के मौके पर भी राफेल लड़ाकू विमान फ्लाई पास्ट करके भारत की शान बढ़ाएगा.
वायु सेना दिवस की परेड में इस बार 56 विमान उड़ान भरेंगे, जबकि पिछले साल ये संख्या 51 ही थी. इस बार फ्रांस से आया राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल होगा. एयर चीफ मार्शल भदौरिया के अनुसार राफेल को 2 फॉर्मेशन का हिस्सा बनाया गया है.
‘विजय’ फॉर्मेशन में राफेल के साथ जगुआर उड़ान भरेंगे. इसके बाद ‘ट्रांसफॉर्मर’ फॉर्मेशन में शामिल होकर राफेल अपने जौहर दिखाएगा. इसके साथ सुखोई-30 एमकेआई और एलसीए तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट भी होंगे. इसके अलावा 19 लड़ाकू विमान, 19 हेलीकॉप्टर, 7 परिवहन विमान, 7 सूर्य किरण विमान और 2 विंटेज विमान शामिल होंगे.
आकाश गंगा टीम, रुद्रा, चिनूक का फॉर्मेशन भी होगा. स्टैटिक डिस्प्ले में राफेल के अलावा चिनूक, मिग-29, अपाचे, मिराज, आकाश मिसाइल सिस्टम भी देखने को मिलेगा. ‘बहादुर’ फॉर्मेशन में मिग-29 और सुखोई-30 आसमान में करतब दिखाएंगे. ‘एकलव्य’ नाम से भी नया फॉर्मेशन बनाया गया है, जिसमें अटैक हेलिकॉप्टर्स होंगे.
भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी, तबसे हर साल 8 तारीख को इसका जश्न मनाया जाता है. इस बार वायुसेना अपना 88वां स्थापना दिवस मनाएगा. हर साल की तरह इस बार भी ये फ्लाई पास्ट गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर मनाया जाएगा.
पिछले काफी दिनों से चीन के साथ भारत का तनाव चल रहा है और ऐसे में वायुसेना, सेना बॉर्डर पर मुस्तैद है. ऐसे में दुश्मन को अपनी ताकत दिखाने का यही मौका है. पिछले दिनों राफेल ने लेह-लद्दाख के आसमान में उड़ान भी भरी थी और अपनी ताकत का अहसास भी कराया था.