रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कुछ महीने के अंतराल में दोबारा रूस पहुंचे। पिछली यात्रा में उन्होंने रूस के साथ भारत के सामरिक सहयोग को आगे बढ़ाया था। चीन की हरकतों के बीच उनकी पिछली यात्रा भी उपयोगी साबित हुई थी।
चीन ने भारत को सामरिक सामग्री बेचने का विरोध किया था। लेकिन रूस ने उसके विरोध को दरकिनार कर दिया था। इस बार वह तीन दिन मास्को में रहेंगे। वह यहां शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में सम्मलित होंगे। इसके अलावा रूसी समकक्ष सर्गेई शोयगू से भी उनकी वार्ता होगी। जिसमें द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर विचार होगा।
एससीओ के आठ सदस्य देशों का प्रतिनिधिमंडल क्षेत्रीय रक्षा चुनौतियों पर चर्चा करेगा। इसमें आतंकवाद का विषय भी शामिल रहेगा। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि कल रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोयगू के साथ मेरी द्विपक्षीय बैठक होगी।
चर्चा में रहा नमस्ते
रूस में राजनाथ सिंह का अभिवादन चर्चा में रहा। कोरोना काल में अभिवादन हेतु भारतीय नमस्ते दुनिया में लोकप्रिय हो रहा है। पिछले दिनों फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मनी की चांसलर ने नमस्ते से ही एक दूसरे का अभिवादन किया था। राजनाथ सिंह ने रूस में नमस्ते से ही अभिवादन व सल्यूट का उत्तर दिया। इसकी रूस में खूब चर्चा रही।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री