क्रिकेट की दुनिया में कई अजीबोगरीब घटनाएं देखने को मिलती हैं. इसी कड़ी में एक दुर्लभ वाकया तब जुड़ गया, जब एक टीम के सभी खिलाड़ी बिना कोई रन बनाए आउट हो गए. दरअसल, मुंबई के प्रतिष्ठित U-16 टूर्नामेंट हैरिस शील्ड के पहले राउंड के नॉक आउट मैच के दौरान यह अजीब घटना देखने को मिली. हैरिस शील्ड के 126 साल के इतिहास में शायद यह सबसे बेमेल मैच रहा. यह मैच बोरीवली के स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल और अंधेरी के चिल्ड्रन्स वेलफेयर सेंटर स्कूल के बीच खेला गया था. और यह चिल्ड्रन्स वेलफेयर सेंटर स्कूल के बल्लेबाज थे, जो एक भी रन नहीं बना सके, क्योंकि ये सभी शून्य पर आउट हुए.
मजे की बात है कि विपक्षी टीम के गेंदबाजों ने 7 एक्स्ट्रा (छह वाइड और एक बाई) रन दे दिए, यदि ऐसा नहीं होता तो स्कोर बोर्ड पर कोई रन नहीं होता. चिल्ड्रन्स वेलफेयर स्कूल की पूरी टीम सिर्फ छह ओवरों में ढेर हो गई. विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल की ओर से मीडियम पेसर अलोक पाल ने 3 ओवरों में 3 रन देकर 6 विकेट चटकाए. कप्तान वरोद वाजे ने 3 रन देकर 2 विकेट झटके, जबकि दो बल्लेबाज रन आउट हुए.
प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल ने 45 ओवरों में 761/4 रन बनाए, जिसमें उनके वन डाउन बल्लेबाज मीत मायकेर 134 गेंदों पर सात छक्कों और 56 चौकों की मदद से 338 रन बनाकर नाबाद रहे.
चिल्ड्रन्स वेलफेयर स्कूल की टीम को शर्मनाक हार मिली. उसने यह मैच 754 रनों के विशाल अंतर से गंवाया. इसे इंटर स्कूल टूर्नामेंट में सबसे बड़ी हार मानी जा सकती है. भारत के कई पूर्व क्रिकेटर और रणजी खिलाड़ी अपनी किशोरावस्था में इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुके हैं.