यूपी में इंडिया गठबंधन का एक हिस्सा टूट गया है। अब यह करीब-करीब तय हो गया है कि प्रदेश में रालोद और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने के एलान के बाद अब इस मिलन की औचारिकताओं का एलान भर बाकी है। सूत्रों के अनुसार जो खबरें आ रही हैं उसमें रालोद को भाजपा से गठबंधन करने के बाद रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी को मोदी सरकार के आने पर केंद्र में मंत्री बनाया जाएगा। वहीं रालोद के एक विधायक को योगी सरकार में भी मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर, बागपत और बिजनौर में से कोई दो सीटें गठबंधन में मिल सकती है। वहीं आगामी राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा रालोद को एक सीट मिल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा की एक सीट देने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं हैं, भाजपा अपने हिस्से की सात सीटें जीतेगी। लेकिन सपा को एक सीट का नुकसान होगा। सपा अब तीन की जगह दो ही सीटें जीत सकेगी। मई में होने वाले विधान परिषद चुनाव में भी रालोद को प्रदेश में एक सीट मिल सकती है। सपा को राज्यसभा में एक और विधान परिषद में भी दो सीटों का नुकसान होगा।
रालोद विधायक भी अयोध्या जाएंगे
छपरौली से रालोद विधायक अजय कुमार ने बताया कि रविवार को पार्टी के सभी नौ विधायक भी एनडीए के विधायकों के साथ रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे।
तुरंत ही बदल गई भूमिका
विधानसभा में सुबह प्रश्नकाल में रालोद के विधायक सपा के साथ विपक्ष की भूमिका में नजर आ रहे थे। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद जब रालोद के एनडीए में शामिल होने की तस्वीर साफ हो गई तो रालोद के विधायक सत्ता पक्ष के साथ नजर आए। छपरौली से विधायक अजय कुमार ने कहा कि हम तो काफी समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।