विदेश मंत्रालय ने बोला कि जनवरी 2015 से लेकर इस वर्ष अक्टूबर 2019 के बीच एनआरआई महिलाओँ द्वारा करीब 6000 शिकायतें मिली है. जिसमें उनके पति द्वारा परेशान करने जैसी गतिविधियां शामिल हैं. लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में, विदेश प्रदेश मंत्री वी मुरलीधरन ने ये आंकड़े पेश किए. जिसके अनुसार इस साल 31 अक्टूबर तक 991 शिकायतें दर्ज की गई है. जबकि, 2018 में 1,299 शिकायतें प्राप्त हुई थी.उन्होंने आगे बोला कि 2017 में 1,498 शिकायतें, 2016 में 1510 व 2015 में 796 शिकायतें मिलीं.
प्रश्न का उत्तर देते हुए, मुरलीधरन ने बोला कि पिछले तीन सालों में 77 भारतीय विभिन्न राष्ट्रों में फंसे हुए हैं या बंदी बनाए गए हैं. मंत्रालय में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 77 हिंदुस्तानियों में से 73 हिंदुस्तान लौट आए हैं. जबकि एक की कैद के दौरान मौत हो गई व तीन अभी भी भारतीय कैद में हैं. हिंदुस्तान सरकार सक्रिय रूप से शेष तीन हिंदुस्तानियों के मामलों का जल्द से जल्द पालन करने के लिए सक्रिय है.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, 2019 (अक्टूबर तक) कुवैत, सऊदी अरब, बहरीन, कतर, ओमान व यूएई में कथित रूप से मारे गए प्रवासी श्रमिकों सहित हिंदुस्तानियों की संख्या 4,823 है, जबकि 2018 में यह आंकड़ा 6,014 था. मंत्री द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार 2017 में मौतों की संख्या 5,906, 2016 में 6013 व 2015 में 5786 थी.