भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने शुक्रवार को अपने करियर का आखिरी ग्रेंड स्लैम मैच खेला। ये मैच ऑस्ट्रेलिया ओपन में खेला गया। इसके मिक्स्ड डबल्स फाइनल में सानिया मिर्जा अपने पार्टनर बोपन्ना के साथ उतरी हालांकि इन दोनों को हार का सामना करना पड़ा। सानिया का ये आखिरी मैच था ऐसे में उन्हें हारने के बाद काफी निराशा हुई। मैच के बाद वे इमोशनल हो गई और उन्होंने सभी का धन्यवाद भी किया।
सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी फाइनल मैच में ब्राजील की लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की जोड़ी से भिड़ी। इस मैच में भारतीय जोड़ी को 6-7, 2-6 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले, इस जोड़ी ने सेमीफाइनल में देसिरा क्रॉजिक और नील स्कूपस्की को 7-6(5), 6-7(5) और 10-6 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
वहीं अपने करियर का आखिरी ग्रेंड स्लैम खेलने के बाद सानिया मिर्जा इमोशनल हो गई। उनकी आंखों में आंसू आ गए थे और हर कोई उन्हें देखकर दुखी हो रहा था। दबी हुई आवाज में उन्होंने कहा कि-‘ मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न में ही शुरू हुआ।’ इतना कहते ही वह रो पड़ीं।
किसी तरह खुद को संभालने के बाद सानिया ने आगे कहा,’साल 2005 में मैंने तीसरे राउंड में सेरेना विलियम्स के सामने जब खेलना शुरू किया तो मैं 18 साल की थी। मेरी उम्र के लिए वह काफी डरावना था लेकिन मैं बार-बार यहां आई और कुछ टूर्नामेंट भी जीती। अपना करियर समाप्त करने के लिए मुझे इससे शानदार जगह नहीं मिल सकती थी।’