सऊदी अरब ने हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या को ईरान की संप्रभुत्ता का घोर उल्लंघन बताया। दरअसल, पिछले महीने ईरान में हानिया की मौत हुई थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सऊदी अरब के डिप्टी विदेश मंत्री वलीद अल खेरेजी ने कहा कि उनका देश राज्यों की संप्रभुत्ता के उल्लंघन या किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप को अस्वीकार करता है। उन्होंने यह बयान इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के सदस्यों की बैठक के दौरान दिया। बता दें कि हानिया की हत्या के लिए हमास और ईरान दोनों ही इस्राइल को जिम्मेदार ठहरा रहा है। हालांकि, इसे लेकर इस्राइली सरकार ने कोई भी बयान जारी नहीं किया।
हानिया की हत्या के लिए इस्राइल को ठहराया जा रहा जिम्मेदार
तेहरान में हानिया की हत्या के लिए ओआईसी इस्राइल को जिम्मेदार ठहरा रहा है। इसे लेकर ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। इस बैठक के बार जारी एक बयान में कहा गया, “इस हमले के लिए संगठन इस्राइल को पूरी तरह से जिम्मेदार मानता है। इस्राइल ने ईरान की संप्रभुत्ता का गंभीर उल्लंघन किया है।”
गाम्बिया के विदेश मंत्री मामदौ तंगारा ने कहा, “हानिया की हत्या और गाजा में युद्ध क्षेत्रीय संघर्ष का कारण बन सकता है। उन्होंने हानिया की हत्या को ईरान की संप्रभुत्ता का उल्लंघन बताया। इस तरह के जघन्य कृत्य केवल तनाव को बढ़ाने का काम करता है, जिसमें पूरा क्षेत्र शामिल हो सकता है।” बैठक में तंगारा ने स्थायी शांति का आह्वान किया।
ईरान और फलस्तीन ने बुलाई ओआईसी की बैठक
ईरान और फलस्तीन ने जेद्दा में ओआईसी की बैठक बुलाई थी। ईरान ने इस्राइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई और कठोर सजा देने की कसम खाई है। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने भी क्षेत्र में तनाव कम करने का आह्वान किया। बता दें कि हानिया की हत्या के बाद हमास के गाजा प्रमुख याह्या सिनवार ने उसकी जगह ले ली। पश्चिमी एशिया में तनाव तब बढ़ गया, जब 31 जुलाई को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने इस्माइल हानिया की हत्या की पुष्टि की। आईआरजीसी ने एक बयान जारी कर बताया कि हानिया और उसके एक बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई है।