सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI)ने शनिवार को 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी किए। वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में बैंक को 17,035 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ हुआ। यह एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी की ओर से रिपोर्ट किए गए 16,884.29 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे से 0.9% अधिक है।
भारतीय स्टेट बैंक के शुद्ध मुनाफे का यह आंकड़ा बाजार के 16,786 करोड़ रुपये के अनुमान से भी अधिक है। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बैंक का अर्जित ब्याज 1,11,526 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ऋणदाता की ओर से रिपोर्ट किए गए 95,975 करोड़ रुपये के मुकाबले 16% अधिक है।
बॉन्ड जारी कर 25,000 करोड़ जुटाएगी एसबीआई
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शनिवार, 3 अगस्त को वित्तीय वर्ष 2024-25 (Q1FY25) के लिए अपने अप्रैल-जून तिमाही परिणामों की घोषणा की। इसके साथ ही ऋणदाता के बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष (FY25) में टियर-1 और टियर-2 बॉन्ड के माध्यम से ₹25,000 करोड़ तक के धन जुटाने की योजना को मंजूरी दी है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) ने यह भी कहा कि मौजूदा धन जुटाने की की कार्रवाई “भारत सरकार की मंजूरी के अधीन, जहां भी आवश्यक हो” है। एसबीआई ने शेयर बाजारों को नियामकीय सूचना में कहा, ”केंद्रीय बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान भारतीय और/या विदेशी निवेशकों को बासेल एलएल अनुपालन अतिरिक्त टियर 1 बॉन्ड और टियर 2 बॉन्ड जारी करके 25,000 करोड़ रुपये (रुपये और डॉलर में) जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है।”