नई दिल्ली। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हनी ट्रैप Honey Trap में फंसे डीआरडीओ के वैज्ञानिक को यूपी व महाराष्ट्र एटीएस ने नागपुर से अरेस्ट किया है। गिरफ्त में आया वैज्ञानिक ब्रह्मोस मिसाइल के प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है। आईएसआई की महिला एजेंट से फेसबुक पर जुड़े आरोपी के कंप्यूटर व लैपटॉप से प्रोजेक्ट से जुड़ी तमाम संवेदनशील जानकारियां मिली हैं।
Honey Trap के दौरान
आशंका है कि हनी ट्रैप Honey Trap के दौरान उसने चैटिंग के दौरान यह जानकारियां लीक कर दी हैं। महाराष्ट्र व यूपी एटीएस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां आरोपी से पूछताछ कर रही हैं। यूपी एटीएस इस मामले में ज्यादा जानकारी देने से अभी बच रही है। आरोपी को मंगलवार को नागपुर कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मंजूर होने पर लखनऊ लाया जाएगा। आईजी एटीएस असीम अरुण के मुताबिक, बीते दिनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसे बीएसएफ जवान अच्युतानंद मिश्रा को अरेस्ट किया गया था।
इसी आईडी की गहनता से जांच में तमाम रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े 10 लोग राडार पर आए थे। एटीएस उनकी गहनता से पड़ताल कर रही थी। इसी कड़ी में यूपी व महाराष्ट्र एटीएस ने सोमवार को नागपुर में छापेमारी कर डीआरडीओ वैज्ञानिक रुड़की निवासी निशांत अग्रवाल को अरेस्ट किया है। टीम ने उसके घर व दफ्तर में तलाशी लेकर उसके कंप्यूटर सिस्टम व लैपटॉप को कब्जे में ले लिया। आईजी ने बताया कि बरामद कंप्यूटर व लैपटॉप से प्रोजेक्ट से जुड़ी तमाम संवेदनशील जानकारियां मिली हैं। उन्होंने बताया कि जो जानकारियां उसमें मिलीं, उनमें से बहुत सी ऐसी हैं, जिनसे निशांत का सरोकार ही नहीं है।
जानकारियां चैटिंग के दौरान
शक है कि निशांत ने यह जानकारियां चैटिंग के दौरान आईएसआई एजेंट को लीक कर दीं।एटीएस सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी निशांत ने एनआईटी कुरुक्षेत्र से अपनी पढ़ाई पूरी की और उसके बाद इंडियन ऑयल में ज्वाइन किया था। वर्ष 2013 में उसने डीआरडीओ के ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोजेक्ट के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में बतौर सीनियर सिस्टम इंजीनियर ज्वाइन किया था। आईजी एटीएस के मुताबिक, निशांत अग्रवाल से पूछताछ व उसके फेसबुक अकाउंट की जांच में पता चला कि वह आईएसआई महिला एजेंट से दो साल पहले उसकी फेसबुक फ्रेंडशिप हुई थी।
महिला एजेंट ने निशांत को
बताया गया कि चैटिंग के दौरान महिला एजेंट ने निशांत को जॉब भी ऑफर किया था। एटीएस ने निशांत व महिला एजेंट के बीच चैटिंग का डाटा रिकवर किया है। आईजी अरुण ने बताया कि फिलवक्त आरोपी निशांत को ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट के तहत अरेस्ट किया गया है।जांच मे पता चला है कि गिरफ्त में आया आरोपी निशांत अग्रवाल बेहद मेधावी छात्र था। यही वजह है कि इंजीनियरिंग पासआउट होते ही उसकी इंडियन ऑयल मुंबई में नौकरी लग गई। वहीं, जुलाई 2013 में वह डीआरडीओ ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में सिस्टम इंजीनियर के पद पर सेलेक्ट हो गया।
ब्रह्मोस के नये प्रोजेक्ट में लगी
इन दिनों वह ब्रह्मोस के नये प्रोजेक्ट में लगी 40 सदस्यीय टीम को लीड कर रहा था। इस टीम में सिस्टम इंजीनियर, टेक्निकल सुपरवाइजर, टेक्निशियन शामिल हैं।आईजी असीम अरुण ने बताया कि आईएसआई एजेंट की फेसबुक प्रोफाइल से राडार पर आए रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े दो और संदिग्धों से एटीएस टीम ने पूछताछ की है। उन्होंने बताया कि कानपुर और आगरा के रक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े दो लोगों से सोमवार को एटीएस ने पूछताछ की और उनके कंप्यूटर सिस्टम को खंगाला। हालांकि, अब तक की जांच में कोई खास आपत्तिजनक बात निकलकर सामने नहीं आ पाई है।
असीम अरुण, आईजी एटीएस ने बताया :-
आरोपी निशांत अग्रवाल को मंगलवार को लखनऊ लाया जाएगा। पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि उसने अब तक प्रोजेक्ट से जुड़ी कितनी जानकारियां लीक की हैं। यह भी पता लगाया जाएगा कि जानकारी देने के एवज में निशांत को रुपये तो नहीं मिले।