भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को चीन में शुरू हो रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। यह सम्मेलन चीन के तटीय शहर किंगडाओ में होने वाली है। SCO Summit की दो दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 42 दिन बाद एक बार फिर मुलकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे।
SCO Summit, सुरक्षा, सहयोग और आतंकवाद के साथ अन्य मुद्दों पर होगी बात
किंगडाओ में पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एससीओ के सदस्य देशों के नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत होगी। इस बैठक में एससीओ सदस्यों का जोर सुरक्षा, सहयोग, आतंकवाद विरोध, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक विनिमय के क्षेत्रों पर रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कई मुद्दों के साथ साथ इस बात पर भी विचार किया जाएगा कि एससीओ के सदस्य देशों के बीच सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए।
पूर्ण सदस्य के रूप में भारत का पहला एससीओ शिखर सम्मेलन
भारत का पूर्ण सदस्य के रूप में यह पहला एससीओ शिखर सम्मेलन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा से पहले अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘9 और 10 जून को एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मैं चीन के चिंगदाओ में रहूंगा। एक पूर्ण सदस्य के तौर पर भारत के लिए यह पहला एससीओ शिखर सम्मेलन होगा। एससीओ देशों के नेताओं के साथ बातचीत होगी और उनके साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।’
पुतिन से भी मिलेंगे मोदी
पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी और ब्लादिमिर पुतिन के बीच पिछले महीने सोच्चि में अनौपचारिक मुलाकात हुई थी। एससीओ शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन में मोदी पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को बढ़ावा देने का मुद्दा उठा सकते हैं।