भाजपा के वरिष्ठ नेता व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जम्मू-कश्मीर जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश और दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। इस संकट के समय में हमने अपने स्वास्थ्य सुरक्षा के ढांचे को हमने मजबूत किया है। जिसका असर यह रहेगा कि आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर की बदली तस्वीर को देखकर पीओके के लोग भी खुद को भारत का हिस्सा होने के लिए सोचने लगेगा।उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर सभी के मन में संशय था, लेकिन पूर्ण बहुमत मिलते ही हमने जो कहा था वह कर दिखाया। एक वक्त था जब हमें दो वोट मिले थे। और एक आज का वक्त है जब हमने पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाई है। हमने दो से लेकर दोबारा तक का सफर तय किया है।
उन्होंने कहा, पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अनुच्छेद 370 को लेकर अन्य देशों का समर्थन हमेशा पाकिस्तान के साथ रहता था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमें इस मुद्दे पर मुस्लिम देशों का भी समर्थन प्राप्त हुआ है। पहले कश्मीर में पाकिस्तान और आईएसआईएस का झंडा फहराता नजर आता था। लेकिन हम सीना ठोक कर अब कश्मीर को अपना हिस्सा कहते हैं। जम्मू और लद्दाक को शिकायत थी कि कश्मीर को प्रथमिकता मिलती है, लेकिन अब मौसम बदल चुका है। जम्मू-कश्मीर की तकदीर और तस्वीर को बदलने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा, पहले सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिए जो पैसे भेजे जाते थे वो कहां जाते थे, किसी को नहीं पता। ऐसा करने वाले लोग ही हर मामले में पाकिस्तान की वकालत करते नजर आते थे। लेकिन अब उनकी कमर पूरी तरह से टूट चुकी है। हमारी सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती दी है। छह वर्षों में हमारी सरकार ने बहुत सारे बुनियादी काम किए हैं। लगभग 18500 गांव के लोग आजादी के 70 साल बाद भी बिना बिजली के रहते थे। हमने कुछ ही महिनों में सभी घरों तक बिजली पहुंचाई। कोई सोच नहीं सकता था कि देश के सभी नागरिकों का बैंक खाता बनेगा, लेकिन हमारी सरकार इसे मुमकिन किया। हमारा संकल्प है कि 2022 आते-आते हम एक देश एक बाजार की बात को सार्थक करते हुए किसानों की आमदनी को दुगनी कर देंगे।