प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल के दौरान आपदा में अवसर का सकारात्मक विचार दिया था। इस अवधि में भारत ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। इसके बल पर संकट का मुकाबला किया गया। अनेक देशों ने इस मामले में भारत का अनुशरण किया। भारत के आयुर्वेद, भारतीय संस्कृति व जीवनशैली को श्रेयस्कर माना गया। दुनिया के अनेक देशों ने इस पर अमल भी करना शुरू किया। योग के प्रति पहले से ही जागरूकता का प्रसार हो रहा है।
कोरोना काल में पूरे विश्व में आयुर्वेद की दवाएं ही सर्वाधिक कारगर सिद्ध हुई। रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए अश्वगंधा चूर्ण, गिलोय घनवटी, विटामिन सी युक्त भोज्य पदार्थ जैसे नींबू,संतरा, आंवला,मौसम्मी आदि सेवन के सुझाव दिए गए। कहा गया इन सभी उपायों को अपनाकर हम ऐसी महामारी से बच सकते है। स्वस्थ जीवन शैली और योग आयुर्वेद को दुनिया ने महत्व दिया। आयुर्वेद ऋषि मुनियों से विरासत में मिला है। भारत अपनी सभ्यता और संस्कृति के बल पर विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
ABC चार्ट से प्रेरणा
मन की बात में नरेंद्र मोदी ने ऐसे ही तथ्यों का उल्लेख किया। बताया कि विशाखापत्तनम से वेंकट मुलरीप्रसाद ABC चार्ट भेजा है। इस चार्ट में वेंकटजी ने उन चीजों की लिस्ट बनाई है जो हम रोज इस्तेमाल करते हैं। इस लिस्ट के जरिए वेंकटजी ने यह तय किया कि ये चीजें किसी विदेशी कंपनी की बनी नहीं, बल्कि देश में बनी हो। पीएम ने कहा कि हर देशवासी को इससे प्रेरणा लेना चाहिए।
#Vocal4Local
कश्मीरी केसर को जीआई टैग का सर्टिफिकेट मिलने के बाद दुबई के एक सुपर मार्किट में इसे लॉन्च किया गया। अब इसका निर्यात बढ़ने लगेगा। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे प्रयासों को और मजबूती देगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि Zero effect, zero defect की सोच के साथ काम करने का ये उचित समय है। #Vocal4Local ये आज घर-घर में गूँज रहा है। अब यह सुनिश्चित करने का समय है, कि, हमारे उत्पाद विश्वस्तरीय हों।