अयोध्या। श्री कार्तिकेय आनंद धाम वटवृक्ष गुप्तार घाट पर गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सामूहिक 12 वें अध्याय के गीता पाठ से किया गया।
कार्यक्रम में कर्मयोग से मोक्षप्राप्ति विषय पर संगोष्ठी आयोजित हुई। साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ दानपति तिवारी ने कहा कि ज्ञान योग, कर्म योग एवं भक्ति योग के समन्वय से लौकिक जीवन सिद्धि को प्राप्त होता है, श्रीमद्भगवद्गीता इसी समन्वय के कारण सम्पूर्ण मानवता के लिए सदैव प्रासंगिक रहेगी।
डॉ संत शरण मिश्र कुलानुशासक एवं विभागाध्यक्ष गणित विभाग अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता के 12 वें अध्याय के माध्यम से भक्ति योग की प्रतिष्ठा करते हुए जीवन में कर्म की उपादेयता और कर्म फल त्याग के माध्यम से कार्य कारण से मुक्त होने को मोक्ष के रूप में प्रतिष्ठापित किया।
सचिवालय में संयुक्त सचिव डॉ अंबरीश कुमार सिंह ने अपने निजी और शासकीय जीवन के संदर्भ में गीता की महत्ता बताई। जनपद अंबेडकर नगर से पधारीं श्वेतांबरी जी एवं उनके साथ आए पांच छोटे बच्चों ने श्रीमद्भगवद्गीता के 12 अध्याय का मुक्त कंठ से गायन कर विद्वत् समुदाय के आकर्षण का केंद्र बन गए।
विवेक सृष्टि के विनोद कुमार वेदांती, रवि तिवारी, राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त अंबिकेश त्रिपाठी आदि ने संगोष्ठी में अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ चैतन्य योगाचार्य ने की। यहां स्थित वटवृक्ष के नीचे 12 वर्षों तक मौन साधना करने वाले सियाजू महाराज एवं महर्षि कार्तिकेय सदन की माता किशोरी जी की शिष्या रजनी बहन और इंदु बहन की उपस्थिति ने कार्यक्रम को अपूर्व दिव्यता प्रदान की। महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने अंबेडकर नगर से आए गीता साधक बच्चों को स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें अपना स्नेह आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम के आयोजक आचार्य अभिषेक शुक्ला एवं योग गुरु राम सुफल जी ने अपने सहयोगियों दिलीप दुबे, मानस साधक हिमांशु सूर्यकांत त्रिपाठी, पर्यावरण प्रेमी धनंजय पांडेय, अमित पाठक,कपिल तिवारी, शनि शुक्ल, तरुण मालवीय, अनुकल्प मिश्रा, राजपाल के साथ मंचस्थ अतिथियों को शाल एवं श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति भेंट कर उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट आशुतोष कुमार पांडे द्वारा किया गया। मिशन ग्रीन अयोध्या फाउंडेशन द्वारा एक तुलसी पौधा सभी गीता साधकों को दिया गया। आयोजन में अपनी उपस्थिति एवं अपना योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्तियों में सूर्यप्रकाश सिंह सन फूड कंपनी के मालिक, ओम प्रकाश जायसवाल, राम अवध यादव ओपीएस विद्यालय के प्रबंधक अमर सिंह, योगाचार्य सीमा तिवारी, ममता श्रीवास्तव एवं वीरेश वर्मा, एडवोकेट संजय रस्तोगी, महेश कौशल, श्वेता सिंह, उच्च न्यायालय लखनऊ से एडवोकेट प्रेम शंकर शुक्ल, कवियित्री डिम्पल, प्राचार्य डॉ तोमर, सेवानिवृत पीसीएस राजा पाल सिंह, अवध विश्वविद्यालय के प्रो आर के सिंह, अध्यापक श्रीप्रकाश पाठक, विवेक शुक्ला, एवं भाजपा महिला मोर्चा की जिला इकाई की पदाधिकारीगण, जनपद गोंडा से आए अध्यापक कृष्ण कुमार गुप्ता, आशुतोष पाण्डेय, योग साधक जयराज प्रमुख रहे।
कल्पदुप ऑर्गेनिक होम के मालिक वैभव त्रिपाठी ने घोषणा किया कि वह कार्तिकेय सदन को एक इको फ्रेंडली कुटिया का निर्माण कर समर्पित करेंगे। कार्यक्रम में आए सभी लोगों ने श्रीमद्भगवद्गीता पर इतने भव्य और दिव्य कार्यक्रम के साक्षी बनने का एहसास किया और ऐसे ही कार्यक्रम बार-बार करने का अनुरोध भी किया जिससे समाज में नए संस्कार स्थापित हो सकें। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह