इसका उद्घाटन प्राचार्या प्रो. धर्म कौर ने किया। उन्होंने कहा कि भारत को स्वतन्त्र कराने में अनगिनत लोगों ने अपना बलिदान दिया है। इतिहास में उनकी वीरगाथा का उल्लेख है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, May 11, 2022
लखनऊ। विद्यांत हिन्दू पीजी कॉलेज में प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्राचार्या प्रो. धर्म कौर ने किया। उन्होंने कहा कि भारत को स्वतन्त्र कराने में अनगिनत लोगों ने अपना बलिदान दिया है। इतिहास में उनकी वीरगाथा का उल्लेख है। यह वर्तमान पीढ़ी का दायित्व है कि वह ऐसी महान विभूतियों से देश भक्ति की प्रेरणा ले।
कॉमर्स के विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव शुक्ला ने कहा कि देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसके माध्यम से राष्ट्रभाव के जागरण का प्रयास किया जा रहा है। हिंदी के विभागाध्यक्ष डॉ बृजेश कुमार ने कहा कि 1857 की क्रांति को अंग्रेजों ने मात्र विद्रोह बताया था। किंतु वीर सावरकर ने प्रमाणित किया कि यह देश का प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम था। इसके माध्यम से भावी पीढ़ी को स्वराज व स्वदेशी की प्रेरणा मिली।
परिचर्चा में डॉ. विजय कुमार, डॉ. दीप किशोर श्रीवास्तव, डॉ.बिजेंद्र पांडेय, डॉ. अमित वर्धन, डॉ. ध्रुव कुमार त्रिपाठी, डॉ. उषा देवी, डॉ. शशिकांत त्रिपाठी, डॉ. नीतू सिंह, डॉ. ममता वाजपेयी, डॉ. आलोक भारद्वाज, डॉ. श्रवण कुमार गुप्ता, डॉ. ममता भटनागर, डॉ. सुरभि शुक्ला, डॉ. आरके यादव, डॉ. नरेंद्र सिंह, डॉ. दिनेश मौर्य, डॉ. बीबी यादव, डॉ. अभिषेक वर्मा, डॉ. संजय यादव, डॉ. जितेंद्र पाल, डॉ. सौरभ पालीवाल, डॉ. नीलिमा शुक्ला, डॉ शान्तनु, डॉ. कौटिल्य, डॉ. गीतेश, ऋषभ रंजन सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।