वाराणसी। भारतीय रेल ने स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए शीघ्र ही रेल कौशल विकास योजना शुरू करने जा रही है। यह योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अधीन होगी और इसका लांच जल्दी ही घोषित किया जायेगा। इस योजना के तहत पूरे भारतीय रेल पर विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से वेल्डिंग, इलेक्ट्रीशियन, फिटर तथा मशीनिस्ट ट्रेड में युवाओं को 3 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिससे वे स्वरोज़गार अथवा कहीं पर आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकें। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए, महाप्रबन्धक, अंजली गोयल के कुशल नेतृत्व में बरेका को समग्र भारतीय रेल पर लागू करने की जिम्मेदारी दी गयी है। योजना में अगले 3 साल में 50000 लोगों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
- भारतीय रेल ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अधीन स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए शीघ्र ही रेल कौशल विकास योजना शुरू करने जा रही है।
- भारतीय रेल पर विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से वेल्डिंग, इलेक्ट्रीशियन, फिटर तथा मशीनिस्ट ट्रेड में युवाओं को 3 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिससे वे स्वरोज़गार अथवा कहीं पर आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकें।
- इस योजना के कार्यान्वयन के लिए महाप्रबन्धक, अंजली गोयल के कुशल नेतृत्व में बरेका को समग्र भारतीय रेल पर लागू करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इस योजना में अगले 3 साल में 50000 लोगों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
- स्लोगन लेख प्रतियोगिता में कुल 114 प्रतिभागी सम्मिलित हुए और 200 से अधिक सुंदर-सुंदर श्लोग्न प्राप्त हुआ।
बरेका में 10 और 11 अगस्त को रेल कौशल योजना के अंतर्गत एक स्लोगन लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक सबने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कुल 114 प्रतिभागी सम्मिलित हुए और 200 से अधिक सुंदर-सुंदर श्लोग्न प्राप्त हुए। इन स्लोगन को पी.पी. राजू, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निरिक्षण के द्वारा मूल्यांकन किया गया।
जिसमें अखिलेश कुमार, सीनियर सिस्टम एनालिस्ट को उनके श्लोगन ‘भारतीय रेल ने ठाना है, श्रम शक्ति को कुशल बनाना है’ को रूपये 2000 का प्रथम पुरस्कार, सुनील कुमार यादव, जनरल असिस्टेंट (चौकीदार) को उनके स्लोगन ‘कुशल बने युवा अपना, यही है रेल का सपना’ को रूपया 1500 का द्वितीय पुरस्कार तथा शुभम दीक्षित, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, प्लानिंग को उनके स्लोगन ‘युवाओं का कौशल विकास, है भारतीय रेल का प्रयास’ के लिए रूपये 1000 का तृतीय पुरस्कार दिया जायेगा।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता