• यूपीयूएमएस में सर्पदंश उपचार पर आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा सर्पदंश जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डा आशीष त्रिपाठी द्वारा जनपद इटावा में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के विषधारी और विषहीन सांपों की सरल पहचान के साथ ही सर्पदंश के प्राथमिक उपचार और उनके पुनर्वास पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
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कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रभात कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रमाकान्त यादव, डीन मेडिकल फैकल्टी डॉ आदेश कुमार, कुलसचिव डॉ चन्द्रवीर सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसपी सिंह कार्यक्रम संयोजक डॉ विनय कुमार गुप्ता, फैकेल्टी मेम्बर, ओशन संस्था के डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर डॉ पीयूष दीक्षित आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रभात कुमार सिंह ने डॉ आशीष को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित करने के साथ सर्पदंश जागरूकता अभियान के विशेष जागरूकता पोस्टर का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने जनपद इटावा में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के विषधारी और विषहीन सांपों की सरल पहचान के साथ ही सर्पदंश के प्राथमिक उपचार और उनके पुनर्वास पर विस्तार से बताया।
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उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के सर्पदंश में सर्प की प्रजाति और उसके दंश की पहचान करना बेहद आवश्यक है ताकि उसके बाद किसी मरीज को सर्पदंश का सही उपचार किया जा सके साथ ही समय से उसकी जान भी बचाई जा सके।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि सर्पदंश के मामलों में देश भर में उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान पर है और राज्य सरकार द्वारा राज्य आपदा भी घोषित है। हम सभी मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में होने वाली सर्पदंश की घटनाओं से होने वाली मृत्युदर को कम करने हेतु सार्थक प्रयास कर सकते हैं। प्रतिकुलपति प्रो रमाकान्त यादव ने कहा कि इस कार्यशाला से चिकित्सकों ने सर्पों की विभिन्न प्रजातियों को जाना।