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शिक्षण संस्थानों का सामाजिक दायित्व

विगत कुछ वर्षों में भारत का वैश्विक स्तर पर महत्त्व और प्रभाव बढ़ा है। अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान हेतु भारत के योगदान को निर्णायक माना गया। रूस यूक्रेन युद्ध के समाप्ति की दिशा में भारत के प्रयास ही उल्लेखनीय हैं। ऐसे में अर्थिक रूप से दुनिया के सर्वाधिक महत्वपूर्ण संगठन जी 20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए गौरव की बात है। जी 20 देशों में दुनिया की साठ जनसँख्या, वैश्विक डीजीपी का पच्चासी और वैश्विक व्यापार का पचहत्तर प्रतिशत हिस्सा शामिल है।

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प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी 20 के इतिहास में अभूतपूर्व अध्याय जोड़ने की योजना पर कार्य कर रहे हैं। पहली बार इसके सभी आयोजनों में ज़न सहभागी समाहित रहेगी। उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है। इसका योगदान भी महत्त्वपूर्ण साबित होगा। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं। आनन्दी बेन ने देश में हो रही जी-20 देशों की बैठकों का उल्लेख भी किया।

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कहा कि उत्तर प्रदेश के चार शहरों आगरा, वाराणसी, लखनऊ व ग्रेटर नोएडा में भी 01 दिसम्बर, 2022 से 30 नवम्बर, 2023 तक ये आयोजित हो रही हैं। उन्होंने सभी को इस महाइवेन्ट में विश्वविद्यालयों से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आवाहन करते हुए कहा कि विदेशी भाषाओं का ज्ञान रखने वाले विद्यार्थी इन देशों के प्रतिनिधियों को अपने देश की विशेषताओं, पर्यावरण, लोकहित में सरकार द्वारा उठाये गए कदमों की जानकारी दें।

अपने विश्वविद्यालय में नवाचारों, स्टार्टअप, अन्य विविध गतिविधियों की प्रदर्शनी एवं डिजिटली माध्यम से प्रचारित करके उन प्रतिनिधियों को उनसे परिचित कराएं। आनंदीबेन पटेल ने रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के दीक्षान्त समारोह को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोेदी जी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित कर दिया है। इसके प्रति भारत में जागरुकता जरूरी है।

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राज्यपाल ने देश में मोटे अनाजों के घटते उत्पादन पर भी चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि साठ के दशक में हमारे देश में कुल खाद्यान्न का चालीस प्रतिशत उत्पादन मोटे अनाज के रूप में होता था। विश्वस्तर पर इसकी मांग बढ़ रही है। क्योंकि यह स्वास्थ्य वर्धक होता है। पोषक तत्वों के साथ-साथ इसके व्यंजन बनाये जा सकते हैं। राज्यपाल ने विश्व में कोरोना के पुनः बढ़ते प्रसार को देखते हुए सभी से कोरोना सम्बन्धी सावधानियाँ और ऐहतियात रखने को कहा। उन्होंने भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड और को-वेक्सीन की चर्चा करते हुए कोरोना के रोकथाम के लिए नवविकसित स्वदेशी नेजल वैक्सीन इनकोवैक के बारे में भी बताया।

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उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने नेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर अपने कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में सौन्दर्यीकृत अटल सभागार का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल ने मटकी में जलधारा अर्पित कर जल संचयन और भूजल संवर्द्धन के संदेश के साथ किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय वर्ष भर में जितना जल उपयोग में लाते हैं, उतने जल संचयन का प्रभावी उपाय करें। राज्यपाल ने समारोह में आए प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पठन-पाठन की सामग्री और पोषण सामग्री के बैग भी प्रदान किए।

रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री

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