किडनी को स्वस्थ रखने में दवाओं के अतिरिक्त आयुर्वेदिक ढंग भी उपयोगी हैं. गोखरू, पुनर्नवा जैसी कई जड़ी-बूटियां किडनी को मजबूत करने के साथ यूरिनरी टै्रक्ट से जुड़ी समस्याओं में भी लाभदायक हैं. आयुर्वेद के अनुसार भी ज्यादा तरल पदार्थ पीना किडनी को स्वास्थ्य वर्धक रखता है और ब्लड को भी शुद्व रखता है.
ऊष्णउदक पाण क्रिया के तहत चार गुना पानी को उबालकर एक चौथाई होने पर प्रातः काल के समय गुनगुना पीने से शुद्धिकरण का काम बेहतर ढंग से होता है. इससे किडनी अच्छे ढंग से कार्य करती है. जिनकी किडनी फेल हो चुकी है वे महानिंब पेड़ की पत्तियों की सब्जी का सुबह-शाम सेवन करें, इससे फायदा होगा.
पुनर्नवा, गोखरू और मकोय तीनों को मिलाकर दो लीटर पानी में उबालें. एक चौथाई होने पर इसे दिनभर सामान्य पानी के बजाय पीने से किडनी स्वस्थ रहेगी.
साबुत धनिया रात के समय एक गिलास पानी में भिगोकर प्रातः काल मसलकर, छानकर पीएं. यूरिन संबंधी परेशानी नहीं होगी.