बिटकॉइन की कीमत एक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। क्रिप्टो बाजार में जारी उठा-पटक के बीच पहली बार यह डिजिटल करेंसी 70,000 डॉलर का लेवल पार कर गई। हाल के दिनों में अमेरिकी स्पॉट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की लॉन्चिंग के बाद से बिटकॉइन की कीमतों ने तेजी पकड़ी है।
बिटकॉइन की कीमतों में यह इजाफा क्रिप्टो उत्पादों में निवेशकों की बढ़ती रुचि और वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद को बल देता है। एफटीएक्स एक्सचेंज के पतन के बाद क्रिप्टो बाजार में जो मंदी छाई थी हाल के दिनों में उसमें महत्वपूर्ण रिकवरी दिख रही है।
शुक्रवार के कारोबारी सेशन के दौरान बिटकॉइन 70,000 के पार
निवेशकों की भारी दिलचस्पी के चलते शुक्रवार को बिटकॉइन पहली बार 70,000 डॉलर के स्तर को पार कर गया। इसमें सबसे बड़ा कारण यूएस ईटीएफ रहा। पिछले कुछ हफ्तों में अरबों डॉलर के फंडे इसमें निवेश किए गए। जिससे बिटकॉइन को उड़ान भरने में मदद मिली।
इसके अलावा बिटकॉइन के प्रतिद्वंदी ईथर (Ether) के ईथरम ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म के अपग्रेड करने के फैसले से भी क्रिप्टो बाजार में रुझान बदले हैं। बीते साल अप्रैल में बिटकॉइन को अलग-अलग हिस्सों में विभाजित करने की रणनीति भी काम कर रही है, इससे निवेशकों की डिजिटल मुद्रा में दिलचस्पी बढ़ रही है।
अमेरिका में ईटीएफ को मंजूरी मिलने के बाद क्रिप्टोबाजार में आई मजबूती
इसी साल जनवरी के अंत में अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (Securities and Exchange Commission) ने 11 स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दे दी थी। यह बिटकॉइन के लिहाज से बहुत बड़ा फैसला था। इससे पहले एफटीएक्स एक्सचेंज के पतन, कई कॉरपोरेट विवादों व बैंकों के दिवालिया होने के कारण क्रिप्टोबाजार में मंदी छाई रही थी। कई संस्थागत निवेशकों ने भी क्रिप्टोकरेंसी बाजार में सुस्ती को देखते हुए उससे दूरी बना ली थी। अब ईटीएफ को मंजूरी मिलने के बाद नई ऊर्जा मिल गई है।