बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने मोर्चरी कर्मचारी के दावे के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है। श्वेता सिंह ने पीएम मोदी से मोर्चरी कर्मी की सुरक्षा की मांग की है। साथ ही सीबीआई से अपील की है कि इस बयान को गंभीरता से लें और जांच करें।
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दरअसल, कूपर अस्पताल के मुर्दाघर में काम करने वाले शख्स रूपकुमार शाह ने सोमवार शाम को कहा था कि जब सुशांत का शव पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था, तब वह अस्पताल में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि उनके शरीर पर ‘पीटने के निशान’ और ‘चोट के निशान’ थे।
रूपकुमार शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए श्वेता ने ट्विटर पर लिखा कि हमारा परिवार सीबीआई जांच में विश्वास करता है और वे (सीबीआई) अब मामला बंद करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस साक्ष्य में ज़रा भी सच्चाई है, तो हम सीबीआई से आग्रह करते हैं कि वह वास्तव में इस बयान को गंभीरता से देखे। हमें हमेशा से विश्वास रहा है कि आप लोग निष्पक्ष जांच करेंगे और हमें सच बताएंगे।
एक अन्य ट्वीट में श्वेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए लिखा, ‘हमें इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि रूपकुमार शाह सुरक्षित रहें। सीबीआई सुशांत के केस को समय से बंधा बनाए.’
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रूपकुमार ने कहा कि सुशांत की मृत्यु के बाद पांच शवों को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था। हमें बताया गया था कि इसमें कोई वीआईपी बॉडी है। मैंने जब सुशांत की बॉडी देखी तो मैंने सीनियर्स से कहा कि मुझे लगता है कि ये सुसाइड नहीं मर्डर है। इसके बाद मुझे कहा गया कि तुम अपना काम करो और मैं अपना काम करूंगा। मेरा काम शरीर को काटना और सिलना था, जो मैंने किया। उस पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी होनी चाहिए थी।
रूपकुमार ने कहा कि सुशांत के शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान थे और ऐसा भी लग रहा था कि उनके पैर टूट गए हैं। जब कपड़े उतारे गए तो शरीर पर पिटाई के निशान थे। गर्दन पर दो-तीन जगह चोट के निशान थे। ऐसा लग रहा था मानो पिटाई से हाथ-पैर टूट गए हों, शरीर पर चोट के गहरे निशान थे।