शादियों का सीजन बीतने के बाद टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं। कुछ दिन पहते तक 20 रुपये किलो बिक रहे थे। अभी देश के कई हिस्सों में टमाटर का खुदरा भाव 80 रुपये प्रति किलो है और सोमवार को एर्नाकुलम में 113 रुपये किलो बिका।
सप्लाई में भारी कमी से दो दिन पहले टमाटर के रेट 80 रुपये से भी ऊपर पहुंच गए थे। रिपोर्ट के अनुसार रविवार को कोलार थोक एपीएमसी बाजार में टमाटर की 15 किलोग्राम की क्रेट 1,100 रुपये में बेची गई। इसका असर जल्द ही शहर के खुदरा बाजार में दिखेगा।
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टमाटर के भाव अधिकतर शहरों में 80 रुपये किलो हैं। सोमवार को एर्नाकुलम में एक किलो टमाटर का रेट 113 रुपये था। वहीं, संभल और क्योंझर में 10 रुपये में एक किलो टमाटर मिल रहा था। यो आंकड़े उपभोक्ता फोरम की वेबसाइट से लिए गए हैं। सबसे महंगा आलू नीलगिरी में 53 रुपये किलो था तो बारां में 8 रुपये। प्याज की बात करें तो लुंगलेई, सीअहा और फेक में 60 रुपये किलो था तो नीमच, देवास, सिवनी में 10 रुपये।
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टमाटर की खेती में किसानों की रुचि की कमी पिछले महीने फसल की कीमत में गिरावट के कारण है। मई में टमाटर की कीमतें गिरकर ₹3-5 प्रति किलोग्राम हो गईं। कई किसानों को फसल पर ट्रैक्टर चला कर नष्ट करने पर मजबूर होना पड़ा। महाराष्ट्र में टमाटर की कमी के कारण, खरीदार मांगों को पूरा करने के लिए पश्चिम बंगाल, ओडिशा और यहां तक कि बांग्लादेश में निर्यात के लिए जा रहे हैं।
एक किसान ने टमाटर की कीमत में बढ़ोतरी के बारे में बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल बुआई कम हुई है। पिछले साल बीन्स की कीमतें आसमान छूने के कारण कोलार में किसानों ने इस साल बीन्स की बुआई शुरू कर दी। हालांकि, कमजोर मानसून के कारण फसलें सूख गईं। टमाटर सामान्य से 30 फीसद ही होंगे।