सुशांत सिंह राजपूत केस में पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने एक बड़ा खुलासा किया है. सीबीआई की पूछताछ में सुशांत की अटॉप्सी करने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि मुंबई पुलिस ने उनसे कहा था कि पोस्टमॉर्टम जल्दी कर दीजिए. शनिवार 22 अगस्त को सीबीआई की एक टीम कूपर अस्पताल पहुंची हैं, जहां सुशांत की अटॉप्सी करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है.
सुशांत मामल में मुंबई पहुंची सीबीआई की टीम दूसरे दिन शनिवार को भी मुस्तैदी से जांच में जुटी हुई है. सीबीआई को शुक्रवार दोपहर बाद ही सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई थी, जिसके बाद शनिवार को एक टीम कूपर अस्पताल पहुंची. अस्पताल में सुशांत की अटॉप्सी करने वाले 5 डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है. अटॉप्सी रिपोर्ट में कई तरह की खामियां निकलकर आई हैं.
मुंबई पुलिस के कहने पर किया जल्दी पोस्टमॉर्टम
टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब सीबीआई की टीम ने डॉक्टरों से पूछा कि सुशांत की अटॉप्सी करने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई गई, तो इनमें से एक डॉक्टर ने कहा कि उनसे मुंबई पुलिस से ऐसा करने को कहा था. बता दें कि 14 जून की सुबह सुशांत की लाश उनके बेडरूम में पंखे से लटकी हुई मिली थी, जिसके बाद 14 जून की रात को ही सुशांत का पोस्टमॉर्टम कर दिया गया.
पोस्टमॉर्टम के वक्त बहन-बहनोई थे मौजूद
इससे पहले एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी का पोस्टमॉर्टम उनकी बड़ी बहन मीतू सिंह की रिक्वेस्ट पर उसी दिन करवाया गया था. इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पोस्टमॉर्टम के वक्त सुशांत के बहनोई ओपी सिंह भी वहां मौजूद थे.
बहन के कहने पर जल्दी किया था पोस्टमॉर्टम!
रिपोर्ट के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर सचिन सोनावने ने बताया कि सुशांत की बहन और उनके बहनोई ओपी सिंह की रिक्वेस्ट पर ही उसी दिन पोस्टमॉर्टम किया गया था. पोस्टमॉर्टम पूरा होने में लगभग 90 मिनट लगे थे. डॉक्टर ने यह भी बताया कि ऐसा कोई नियम नहीं है, जिसके तहत रात में पोस्टमॉर्टम नहीं किया जा सकता और मुंबई में रात में भी पोस्टमॉर्टम किए जाते हैं.