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समाज की सुषुम्ना नाड़ी है कायस्थ समाज का प्रबुद्ध वर्ग – डॉ. नीरजा माधव

वाराणसी। प्रबुद्ध वर्ग अपने ज्ञान से समाज में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है और राष्ट्र को सुसंचालित करने में अपना सहयोग प्रदान करता आया है। यदि वह राजनीति में होगा तो उसे भी एक सही दिशा प्रदान करेगा प्रबुद्ध व्यक्ति का एक दूसरा विशेष लक्षण होता है कि वह संवेदनशील होने के साथ-साथ आत्मसम्मानी होता है।

समाज की सुषुम्ना नाड़ी है कायस्थ समाज का प्रबुद्ध वर्ग – डॉ नीरजा माधव

यही आत्मसम्मान एक ओर उसे सही और गलत के बीच निर्णय करने की क्षमता प्रदान करता है तो वहीं दूसरी ओर यह आत्मसम्मान उसे इस कार्य के लिए भी रोकता है कि वह खुलकर राजनीति में अपनी हिस्सेदारी की बात कर सके।

यह बातें प्रख्यात साहित्यकार डॉ नीरजा माधव ने मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय जन जागरण समिति उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित चिंतन बैठक में कही, जिसका विषय था राजनीतिक उदासीनता और प्रबुद्ध कायस्थ समाज। इस विशेष संदर्भ में बोलते हुए डॉ नीरजा माधव ने कहा कि आज की चिंतन बैठक प्रबुद्ध वर्ग की तो है, परंतु संदर्भ कायस्थ समाज है। कायस्थ समाज सभी वर्गों के प्रबुद्ध वर्ग का प्रतिनिधि समाज है। समाज की इस सुषुम्ना नाड़ी को जागृत करने की ताकि उनकी भूमिका पूर्ववत सामने आ सके।

कार्यक्रम का कुशल संचालन राष्ट्रपति अवॉर्डी पूर्व प्राचार्य डॉक्टर वेणी माधव ने किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार आलोक रंजन, सेंट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ रजनीश वर्मा, लाल बहादुर शास्त्री शोध संस्थान के डायरेक्टर डॉक्टर कुमुद रंजन, डॉ सीमा प्रियदर्शी, मधुकर चित्रांश, आनंद चौबे आदि ने अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ नितिन श्रीवास्तव, डीके श्रीवास्तव, अभिनव श्रीवास्तव, मोहित श्रीवास्तव, दिलीप सिंह, विक्रांत गुप्ता, नवीन सिन्हा, विक्रम श्रीवास्तव, अमिता श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, शशि कला श्रीवास्तव, रश्मि श्रीवास्तव, आदि लोग उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर हुआ स्वागत भाषण समिति के सचिव दीपक अस्थाना ने और आभार समिति के संरक्षक सुमन जायसवाल ने व्यक्त किया।

रिपोर्ट-जमील अख्तर

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