बच्चों को कुपोषण व एनीमिया से बचाएगी कृमि नियंत्रण की दवा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 01 फरवरी को, 05 को होगा मॉप अप राउंड कानपुर नगर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का दूसरा चरण 01 फरवरी को मनाया जाएगा। इस अवसर पर जिले में एक से 19 साल के 15 लाख ...
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कुपोषण मुक्ति को गांव-गांव लगी पोषण पाठशाला, बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर हुआ मंथन
वेबकास्ट के माध्यम से ऑनलाइन जुड़ी करीब 25 हजार महिलायें कानपुर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ऑनलाइन पोषण पाठशाला में सोमवार को जिले की करीब 25 हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया। कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी से जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास अधिकारियों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मुख्य सेविका, लाभार्थी, धात्री ...
Read More »बाल स्वास्थ्य पोषण माह शुरू, 3.80 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक
• नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए पिलाने का लक्ष्य • विटामिन ए की खुराक से रतौंधी से बचाव सम्भव – सीएमओ कानपुर नगर। बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए बुधवार को मां कांशीराम जिला संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रॉमा सेंटर पर बाल स्वास्थ्य पोषण ...
Read More »ग्रामीण महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव
स्वस्थ मातृत्व और स्वस्थ शिशु ही समाज और राष्ट्र के लिए मानव संसाधन को पूरा कर सकते हैं. तभी देश का चहुंमुखी विकास संभव है. खराब पोषण और पौष्टिक आहार के अभाव में मातृत्व और बच्चों का संपूर्ण पोषण व जनन प्रभावित होता है. जिससे बच्चे कुपोषित, कमजोर, अल्पबुद्धि, रोग ...
Read More »कुपोषित बच्चों के लिए चार माह तक चलेगा ‘संभव 3.0’ अभियान
औरैया। गर्भवती व बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए जनपद में संभव 3.0 अभियान एक जून से चल रहा है। विगत दो वर्षों से अभियान से प्राप्त सकारात्मक परिणाम व सफलता के आधार पर इस बार यह अभियान जून से लेकर सितंबर तक चलाया जाएगा। अभियान के तहत ‘पोषण ...
Read More »क्या महत्त्वहीन हो रहा है आंगनबाड़ी का लक्ष्य?
गर्भवती महिलाओं और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कुपोषण से बचाने और उन्हें स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1975 में देश भर में आंगनबाड़ी (Anganwadi) केंद्रों की स्थापना की गई थी. छोटे बच्चों को बेसिक शिक्षा प्रदान करने और गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ रखने वाली ...
Read More »जीविका से गरीब महिलाओं को मिल रही आजीविका
तमाम सरकारी व गैर सरकारी प्रयासों के बाद भी अपना देश निर्धनता के दंश से अभी तक उबरा नहीं है. गरीबी उन्मूलन जैसे सरकारी कार्यक्रम बस एक ख्याली नारा बनकर रह गया है. ग्रामीण भारत की एक बड़ी आबादी आज भी आर्थिक समस्याओं से जूझ रही है. भुखमरी, कुपोषण, अशिक्षा ...
Read More »गांवों में लड़कियों की उच्च शिक्षा के प्रति उदासीनता
किसी भी देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि उसके सभी नागरिक समान रूप से शिक्षित और दक्ष हों. चाहे वह शहरी क्षेत्र से हों या ग्रामीण, पुरुष हों या महिला. सभी बिना किसी भेदभाव और बाधा के सभी क्षेत्र में पारंगत हों. इसका अर्थ है कि विकास ...
Read More »संचारी रोगों से बचाव का संदेश लेकर घर-घर दस्तक दें रहीं आशा
• शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर रोगों से बचाव की दी जाएगी जानकारी • 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा दस्तक अभियान कानपुर नगर। टीबी, कुपोषण, मौसमी बीमारियों के मरीजों की तलाश के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अभियान के तहत घर-घर दस्तक शुरू कर दी ...
Read More »विश्व स्वास्थ्य दिवस: कितना मुमकिन है सभी के लिए स्वस्थ परिवेश उपलब्ध कराना?
कहते हैं कि स्वास्थ्य ही जीवन है. वास्तव में प्रथम सुख ही निरोगी काया को कहा गया है. किंतु आज की व्यस्त एवं तनावग्रस्त जिंदगी में मानव अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान नहीं दे पा रहा है. काम, व्यस्तता और तनाव के कारण ही इंसान के स्वास्थ्य पर लगातार प्रतिकूल ...
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