2024 लोकसभा चुनाव से पहले जातीय जनगणना को लेकर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी लगातार इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते हुए आ रही थी। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी अब इस मुद्दे पर योगी सरकार से जवाब तलब किया है। हाईकोर्ट ने चार हफ्ते में इस ...
Read More »Tag Archives: आर्थिक
बदहाली का जीवन जीने को विवश गाड़िया लोहार समुदाय
जालोर/राजस्थान। ‘न हो कमीज़ तो पांव से पेट ढक लेंगे, ये लोग कितने मुनासिब हैं इस सफ़र के लिए.’ ‘दुष्यंत कुमार’ का यह शेर राजस्थान के जालोर जिला स्थित बागरा कस्बे में बदहाली का जीवनयापन कर रहे गाड़िया लोहार समुदाय की कहानी को बयां करता है. कड़ाके की ठंड में ...
Read More »हर एक कृति और लेखक की अपनी खूबी, इस दृष्टिकोण से “मानक” का निर्धारण करना काफी कठिन- प्रो रवींद्र प्रताप सिंह
लखनऊ साहित्य महोत्सव मेटाफर में दोपहर का समय “सो वॉफ्ट्स अ थीम” शीर्षक सत्र रुचिकर मानवीय मूल्यों, संवेदनाओं, और भावनाओं को उजागर करते हुए प्रो रवींद्र प्रताप सिंह के नाटकों और कविताओं के नाम रहा। प्रो रवींद्र प्रताप सिंह ने अपने साहित्य के रूपकों और उसके निर्माण की प्रक्रिया पर ...
Read More »विश्व मानव अधिकार दिवस: 10 दिसंबर मानव अधिकारों के जागरुकता का दिन
नई दिल्ली। आज मानवके अधिकारों के संरक्षण का संवैधानिक दर्जापूरी दुनिया प्राप्त है। मानव अधिकारों से अभिप्राय ”मौलिक अधिकारों एवं स्वतंत्रत से है जिसके सभी मानव प्राणी समान रुप से हकदार है। जिसमें स्वतंत्रता, समाजिक, आर्थिक औऱ राजनैतिक रूप में देना है। जैसे कि जीवन और आजाद रहने का अधिकार, ...
Read More »बच्चें दो ही अच्छे!
आज अपनी कामवाली बाई से कुछ बातें हुई! आज उसने पाँच हज़ार रुपये एडवांस मांगे, मैंने ऐसे ही पूछा किस लिए चाहिए? तो बोली, मैडम रूम का भाड़ा देना है! इस महीने दो बच्चें बिमार हो गए तो पगार उनकी दवाई में खर्च हो गया। क्या बताऊँ..जब वो गरीब दो ...
Read More »