भारतीय संस्कृति में सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना की गई। इसके लिए सत्मार्ग पर चलने की आवश्यकता होती। इससे सहज मानवीय गुणों का विकास होता है। सद्भाव व सौहार्द की प्रेरणा मिलती है। इस मार्ग से विचलित होना अंततः कष्टप्रद होता है। इससे समाज का भी अहित होता है। भारत ...
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