Breaking News

Tag Archives: साधारण मनुष्य माया को शाश्वत मानते हुए अपने शरीर को प्रधान मान लेता है – पं राज नारायण त्रिपाठी

साधारण मनुष्य माया को शाश्वत मानते हुए अपने शरीर को प्रधान मान लेता है – पं राज नारायण त्रिपाठी

• मंगलाचरण, चौबीस अवतार, परीक्षित जन्म और शुकदेव आगमन की कथा सुन कर भावि-विभोर हुए श्रोता औरैया। श्रीमद् भागवत कथा (Shrimad Bhagwat Katha) के दूसरे दिन कथा वाचक पं राजनारायण त्रिपाठी (Pt. Raj Narayan Tripathi) ने भगवान के चौबीस अवतारों की कथा के साथ-साथ मंगलाचरण और परीक्षित जन्म की बहुत ही रोचक ...

Read More »