केरल व पश्चिम बंगाल की राजनीति दशकों से कम्युनिस्ट व कांग्रेस के बीच सिमटी रही है। पश्चिम बंगाल में एक दशक पहले टीनमूल कांग्रेस ने परिवर्तन का नारा दिया था। वहां के मतदाताओं ने इस पर विश्वास किया। कांग्रेस व कम्युनिस्ट को हटा कर मतदाताओं ने तृणमूल पर विश्वास किया। ...
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