मन अपना सादा किया है ————————— कुछ इस तरह से बिछडने का इरादा किया है, ऐ जिंदगी तुझसे ना मिलेगे ये वादा किया है। दर दर की ठोकरें खाना, बस यही है तेरा फ़साना, ख़ामोश हो गए हैं हम, तूने मेरे साथ रंज इतना ज्यादा किया है। मर जाएंगे पर ...
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