संवैधानिक व गांधीवादी तरीके से विधायकों का राजभवन में धरना अनुचित नहीं कहा जा सकता। विशेषरूप में तब जबकि वहां के राज्यपाल को इसपर आपत्ति ना हो। लेकिन इस धरने व राजभवन घेरने की धमकी की पिछले उदाहरणों से तुलना नहीं हो सकती। 1993 में भैरो सिंह शेखावत के पक्ष ...
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