किसी राष्ट्र का इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि देश की आजादी दिलाने वाले नायकों पर ही सियासत शुरू हो जाए। देश को आजाद कराने के लिए दिए गए उनके बलिदान को थोथा साबित कर दिया जाए और यह सब इस लिए किया जाए जिससे कुछ लोगों ...
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