प्रतापगढ़। पूर्व मंत्री और जिले की सियासत में अहम भूमिका निभाने वाले राजा भइया के पिता उदय प्रताप सिंह जी को नज़र बन्द किये जाने तथा उनके ऊपर लगाए गए मुकदमों की महंत बजरंग मुनि ने कड़े शब्दों में निंदा की। महंत जी ने कहा कि प्रतापगढ़ में हिंदुत्व खतरे में नज़र आ रहा है।उन्होंने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से यह अनुरोध किया है कि वे उनके ऊपर लगाए गए मुकदमों को यथाशीघ्र वापस ले लें।
महन्त जी ने कहा कि इस प्रकार का व्यवहार किसी एक धार्मिक पक्ष की अवहेलना करके दूसरे धार्मिक पक्ष को सन्तुष्ट करने के प्रयास जैसा लग रहा है जो बिल्कुल भी उचित नहीं है। भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है यहां पर किसी को भी अपने धर्म का प्रचार प्रसार करने की पूर्ण अनुमति है। आगे उन्होंने कहा कि कुण्डा का मंदिर स्वायत्त है और वहां विगत 2014 से एक नियत तारिख पर भण्डारे का आयोजन किया जाता रहा है, तो अचानक से रोक लगाना बिल्कुल भी उचित प्रतीत नहीं होता। इससे किसी भी धर्म की भावनाएं आहत नहीं होती हैं।पूर्ववर्ती सरकारों में भी यह भंडरा किया जाता रहा है।
यह प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है कि वह एक समय में दो अलग-अलग त्योहार क्यों नही सम्पन्न करा पा रहा है। अतः जिला प्रशासन से यह अनुरोध है कि नज़रबन्द तक तो ठीक था किंतु राजा उदय प्रताप सिंह जी पर लगाए गए मुकदमे वापस लिए जाएं, अन्यथा धर्म के इस द्वंद में समस्त हिन्दू भाइयों की लोकतांत्रिक तरीके से सड़क से संसद तक लड़ाई जारी रहेगी।
रिपोर्ट-विश्वजीत सिंह