2479 आशा एवं 2397 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खिलाएंगी अल्बेंडाज़ोल की गोली
सुल्तानपुर। बच्चों को कृमि संक्रमण (पेट के कीड़े) से बचाने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 20 जुलाई को अभियान चलाकर दवा खिलाई जाएगी। इसके तहत जिले के निजी एवं सरकारी विद्यालयों और आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को अल्बेंडाज़ोल की गोली खिलाई जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके.त्रिपाठी ने बताया कि कृमि संक्रमण कुपोषण का एक बहुत बड़ा कारण है। पेट के कीड़े संक्रमित व्यक्ति के शरीर से पोषण लेते है , इसके कारण अच्छा पौष्टिक भोजन देने के बाद भी बच्चा कुपोषित रहता है। 1 से 19 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों और किशोरों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए प्रदेश में वर्ष में दो बार अभियान चलाया जाता है। इस वर्ष भी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (20 जुलाई) के अवसर पर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाकर कृमि मुक्ति के लिए अल्बेंडाज़ोल की गोली खिलाई जाएगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एएन राय ने बताया कि इस अभियान को आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्कूलों के सहयोग से चलाया जायेगा। 01 से 05 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों को, 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों, ईट भट्टों पर कार्य करने वाले और घुमन्तू लाभार्थियों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी। इसके अलावा सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से 06 से 19 वर्ष तक के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी।
अभियान में 17.99 लाख के लक्ष्य के आधार पर लगाईं गई है टीमें : जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर अनिल कुमार ने बताया कि जिले में 01 से 19 वर्ष के 17 लाख 99 हज़ार 111 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। इसके तहत 2498 सरकारी, 1023 प्राइवेट और 2511 आंगनवाड़ी केन्द्रों में दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए 2479 आशा, 2397 आंगनवाड़ी और लक्षित स्कूलों के शिक्षकों को लगाया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए 15 जुलाई को सीएमओ सभागार में जिला स्तरीय अभिमुखीकरण भी आयोजित किया गया है।
25 से 27 जुलाई तक चलेगा मॉपअप राउंड : किसी भी कारण से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (20 जुलाई) को अल्बेंडाज़ोल की गोली खाने से छूट गए बच्चों को 25 से 27 जुलाई में मॉपअप राउंड के दौरान स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों पर दवा खिलाई जाएगी।
आयु के अनुसार दी जाएगी कृमि संक्रमण से बचाव की दवा : एक से दो वर्ष तक के बच्चों को अल्बेंडाज़ोल की आधी गोली (200 मि.ग्रा.) एवं 2 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को एक गोली (400 मि.ग्रा.) खिलाई जाएगी। अल्बेंडाज़ोल की गोली हल्की मीठी होती है, इसे चबाकर या पीस कर खाना चाहिए ताकि इसका असर अच्छी तरह हो सके।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर