निर्भया मुद्दा एक बार फिर दिल्ली की पटियाला हाउस न्यायालय पहुंच गया है. निर्भया के दो दोषियों पवन कुमार गुप्ता (Pawan Kumar Gupta) व अक्षय सिंह ठाकुर (Akshay Singh Thakur) के एडवोकेट एपी सिंह ने न्यायालय ने याचिका दायर की है.
इस याचिका में बोला गया है कि तिहाड़ कारागार प्रशासन ने वो अहम कागजात हमे मुहैया नहीं कराए, जिसके आधार पर हमें सुधारात्मक याचिका (curative petition) व राष्ट्रपति के पास दया याचिका (mercy petition) दायर करनी थी. इस पर शनिवार को अहम सुनवाई में न्यायालय तिहाड़ कारागार प्रशासन को इस मामले में नोटिस जारी कर सकता है.
निर्भया के दोषियों से मिलने पहुंचे माता-पिता
वहीं, डेथ वारंट के हिसाब से निर्भया के दोषियों को एक फरवरी को फांसी पर लटकाया जाएगा. इसके पहले दोषियों से मुलाकात के लिए परिजनों के आने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को दोषी विनय और मुकेश से मिलने परिजन पहुंचे. कारागार सूत्रों के अनुसार, मुकेश से मिलने उसके माता-पिता पहुंचे. इनके साथ एक अन्य आदमी भी था. इसी तरह विनय से भी मिलने उसके माता-पिता आए थे. कारागार प्रशासन के अनुसार अभी सभी दोषियों से परिजन मुलाकात अभी कर सकते हैं. इसके पहले भी पवन, मुकेश, विनय और अक्षय के परिजन समय समय पर इनसे मिलने आते रहते हैं.
जेल सूत्रों का बोलना है कि परिजनों के मुलाकात के अतिरिक्त दोषियों से कारागार ऑफिसर भी समय समय पर मुलाकात करते रहते हैं. इनमें उपाधीक्षक, अधीक्षक से लेकर अन्य उच्चाधिकारी तक शामिल हैं. मुलाकात के दौरान दोषियों की पूरी बात सुनते हैं व उन्हें सामान्य रखने की प्रयास की जाती है. मुलाकात के दौरान ऑफिसर उन्हें समझाते हुए यह जरूर कहते हैं कि वे अपने तय समय में खाना खाएं तथा स्वास्थ्य जाँच और काउंसिलिंग में अवश्य शामिल हों. इस दौरान यदि कोई दोषी अपनी समस्या बताता है तो उसे दूर करने की प्रयास की जाती है.
बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 कोदिल्ली के वसंत विहार इलाके में चली बस में निर्भया के साथ छह दरिंदों (राम सिंह, एक नाबालिग, पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार शर्मा, अक्षय सिंह ठाकुर व मुकेश सिंह) ने सामूहिक बलात्कार किया था. इसके कुछ दिन बाद निर्भया की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी.