दुनिया के दो दुश्मन देशों ईरान और इजरायल में सत्ता बदल चुकी हैं. दोनों देशों में कट्टरपंथी नेता राष्ट्राध्यक्ष बन चुके हैं. इसके साथ ही जुबानी हमलों और चेतावनी देने का दौर भी शुरू हो गया है.
ईरान में कट्टरपंथी नेता इब्राहीम रईसी की जीत के बाद से परमाणु समझौते पर खतरा मंडराने लगा है। रईसी अमेरिका और इजरायल को लेकर काफी मुखर रहे हैं। वह पहले भी ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम की तरफदारी कर चुके हैं।
ऐसे में उनकी जीत की खबर आते ही दुनिया के पांच सबसे बड़े देशों ने ईरान परमाणु समझौते को लेकर बड़ी बैठक की है। आस्ट्रिया की राजधानी वियना में हुई इस बैठक में चीन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के वरिष्ठ राजनयिकों ने हिस्सा लिया।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा है कि इस समय अमेरिका की सर्वोच्च प्राथमिकता ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकना है।
इजरायल के नए प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने ईरान के साथ परमाणु समझौते (Nuclear Agreement) पर बातचीत कर रहे अमेरिका और अन्य देशों को चेतावनी दी है. बेनेट ने साफ कहा कि ईरान से कुछ भी डील करने से पहले विश्वशक्तियों को ‘जाग जाना’ चाहिए. ये उनके पास अंतिम मौका है. उन्होंने कहा कि इजरायल की इस बारे में स्थिति नहीं बदलेगी.