रायबरेली। ऊंचाहार विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ.मनोज कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में ऊंचाहार तहसील पर बिजली कटौती, गलत बिल भेजे जाने, ट्रांसफार्मरों के समय से बदले न जाने, नहरों की सफाई न होना, हेड से टेल तक पानी न पहुंचना, राजकीय नलकूप की मरम्मत न होना, सहकारी समितियों में खाद की उपलब्धता न होना, मनरेगा के धन में लूट आदि को लेकर आयोजित धरने में उमड़े 15 हजार से अधिक जन समूह ने जहां विधायक मनोज कुमार पाण्डेय की लोकप्रियता एवं क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ को साबित किया। वही इन समस्याओं से जनता कितनी परेशान है, यह भी लोगों की भीड़ व भावनाओं से दिखाई पड़ रही थी। सोमवार को सुबह से ही गांव से महिला-पुरूष अपने ही साधनों से धरना स्थल पर जुटने लगे थे।
विधायक डा. मनोज कुमार पाण्डेय के पहुंचने पर भीड़ की संख्या व जोश परवान पर पहुंच गया। गर्मी व धूप को दर-किनार कर लोग पूरी मजबूती से धरने में जुटे रहे। धरने की भीड़ को देखते हुये जिला प्रशासन ने कई थानों की फोर्स, पीएसी व फायर बिग्रेड आदि व भारी पुलिस बल तैनात किया था। धरने को संबोधित करते हुये पूर्व कैबिनेट मंत्री व ऊंचाहार विधायक डॉ.मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि पिछले दो वर्षो से बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण विद्धुत आपूर्ति बद से बदतर हो गयी है।
बिजली कब आयेगी कब चली जायेगी इसका कोई समय नही है। एक तरफ खराब विद्धुत सप्लाई दूसरी तरफ उन गरीब कमजोर लोगों को जिन्होनें एक साल पहले भी यदि कनेक्शन ले रखा है उन्हे भी 20 हजार से डेढ़ लाख तक का बिल भेज दिया गया और उनका कनेक्शन काट दिया गया। ठीक कराने के नाम पर विभाग के कुछ कर्मचारी व उनके दलाल लोगों से पैसे की वसूली कर रहे है। जर्जर तारो के कारण ऊंचाहार के पचकरा गांव में 6 गरीब किसान महिलाओं की मृत्यु हो गयी। श्री पाण्डेय ने कहा कि कुछ विकास कार्यो एवं जनता से जुड़े कर्मचारी दोनों हाथ से गरीब जनता को लूटने का काम कर रहे है। यह वे स्वयं और जनता इसे बर्दात नहीं करेगीं। श्री पाण्डेय ने कहा कि एक तरफ किसान छुट्टा जानवरों से बदहाल है तो वही दूसरी तरफ समितियों में खाद नदारद है और नहरो में किसानों को हेड से टेल तक पानी नहीं मिल पाया। नहरों में कही सफाई नहीं की गयी, उल्टा सफाई के नाम पर कुछ अधिकारी व उनके जेबी ठेकेदारों ने लाखों रूपये के सरकारी धन को लूटने का काम किया है।
श्री पाण्डेय ने एनटीपीसी के श्रमिकों के होने वाले भुगतान में ठेकेदारो द्वारा निर्धारित पैसा भुगतान के बाद जबरन वापस लेने एवं विरोध करने पर उन्हें काम से हटाये जाने की धमकी देने का मामला उठाते हुये कहा कि क्षेत्र के मजदूरों का शोषण बर्दाशत नहीं किया जायेगा। यदि एनटीपीसी ऊँचाहार ने शीघ्र ही इसपर रोकथाम करते हुये ठेकेदारों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं की तो एनटीपीसी गेट पर धरना देने के लिये मजबूर होगें। श्री पाण्डेय ने कहा कि ऊँचाहार वि0ख0 में मनरेगा में अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत से आये हुये धन बड़ा हिस्सा मोटी धनराशि
लेकर नियमों एवं मानको को ताक पर रखकर काम करा दिया।जिससे 90प्रतिशत ग्राम पंचायत में आवश्यक विकास कार्य नहीं हो पाया।
श्री पाण्डेय ने चेतावनी देते हुये कहा कि यह धरना उन भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों को केवल सही रास्ते पर आने एवं जनसमस्याओं के शीघ्र निराकरण के लिये मात्र संकेतिक है, लेकिन यदि सुधरे नहीं तो वह अनिश्चित कालीन धरने के लिये मजबूर होगें। वहीं ज्ञापन लेते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाख ने आश्वस्त किया की उक्त समस्यओं के निराकरण के लिये जिलाधिकारी महोदया 19 सितम्बर को विधायक जी की उपस्थिति में संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर समस्याओं का निराकरण कराया जायेगा।
धरने में सपा जिलाध्यक्ष रामबहादुर यादव,जिलाउपाध्यक्ष वीरेन्द्र यादव,जिलाकोषाध्यक्ष रविन्द्र पाण्डेय, बृजेश यादव, मुन्ना यादव, प्रधान महेश यादव, शिवेन्द्र यादव, शिवनारायण सिंह, बुधेन्द्र सिंह, राधे पासी जि.पं.सदस्य, छोटे लाल पासी रामविष्णु पटेल, सुरे पटेल, मुन्ना मिश्रा, जितेन्द्र यादव प्रधान, प्रधान गफ्फर, प्रधान बजरंगी, प्रधान बेहरमऊ, प्रधान निगोंह, प्रधान मुन्नू सिंह, प्रधान बभनपुर, पप्पू बरेथ, प्रधान पुत्तू यादव, प्रधान अर्जुन, प्रधान राम नरे, न.पं. अध्यक्ष शाहीन सुल्तान आदि ने संबोधित किया। रिपोर्ट- रत्नेश मिश्रा