भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने महात्मा गांधी को लेकर बेहद विवादित बयान दिया है। उन्होंने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले मोहन दास करमचंद गांधी के बारे में कहा कि गांधी का स्वतंत्रता संघर्ष नाटक था।
बता दें कि यह पहली बार नहीं हुआ है जब किसी भाजपा नेता ने गांधी को लेकर इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले भी मध्य प्रदेश बीजेपी के नेता अनिल सौमित्र ने गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। अनिल सौमित्र ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया था कि- राष्ट्रपिता थे, लेकिन पाकिस्तान राष्ट्र के। भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए, कुछ लायक तो कुछ नालायक।
हरियाणा सरकार के मंत्री के बयान
मोदी गांधी से बड़े खादी ब्रांड’ हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी खादी के लिए महात्मा गांधी से बड़े ब्रांड हैं। उनका ये बयान तब सामने आया था जब खादी के एक विज्ञापन में बापू की तस्वीर गायब थी। इस पर विज ने कहा था कि गांधी जी ने कोई खादी का ट्रेडमार्क तो करा नहीं रखा है। इससे पहले भी कई बार विज्ञापन में उनकी फोटो नहीं लगी है। इस बयान पर भी खूब राजनीति हुई थी।
साक्षी महाराज के बयान
‘फारूख अब्दुल्ला और महात्मा गांधी एक ही बाप की औलाद’ अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में रहने वाले साक्षी महाराज भी बापू पर विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला पर बोलते हुए कहा था कि फारूख और गांधी एक ही बाप की औलाद हैं। इन्हें बंटवारे में बड़ा मजा आता है। उन्होंने महात्मा गांधी को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए खून खराबा करवाने का आरोप लगाया था।
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बयान
आजादी दिलाने में महात्मा गांधी का रोल नहीं’ वहीं भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तो महात्मा गांधी के आजादी में योगदान पर ही सवाल उठा दिए थे। विजयवर्गीय ने बापू पर तंज कसते हुए कहा था कि साबरमती के संत ने नहीं, देश के क्रांतिकारियों ने आजादी दिलवाई थी। महात्मा गांधी पर बने गीत सबरमती के संत तून कर दिया कमाल का जिक्र करते हुए कहा कि ये गीत गाने से देश को आजादी नहीं मिली। क्रांतिकारियों ने देश के लिए बलिदान दिया तब जाकर आजादी मिली।