गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार की सुबह अपने निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक साढ़े नौ बजे आगरा के लिए रवाना हो गए। आगरा के लिए निकलने से पहले उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान करीब 400 लोगों की फरियाद सुनी और उन्हें समस्या समाधान के लिए आश्वस्त किया।
लंबे समय से लंबित मामलों को योगी ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के लिए फरियादियों के आवेदन पत्र को मौके पर ही अधिकारियों को सौंपा और तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। योगी करीब सवा घंटे जनता दर्शन में रहे। इससे पहले योगी की दिनचर्या परम्परागत रही। गुरु गोरखनाथ व ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पूजा अर्चना के बाद उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और फिर कुछ समय गोशाला में गायों के बीच रहे।
उसके बाद मुख्यमंत्री मंदिर के हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां फरियाद के लिए तड़के से ही बड़ी संख्या गोरखपुर और आसपास के लोग जमे हुए थे। योगी एक-एक फरियादी के पास खुद गए और उनका प्रार्थना-पत्र लिया। सभी फरियादियों की समस्या को उन्होंने ध्यान से सुना और समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश भी देते रहे।
हमेशा की तरह इस बार भी पुलिस के मामले ज्यादा आए। गोरखपुर मंडल के बाहर के मामलों से जुड़े आवेदन पत्र को वह कार्रवाई के लिए अपने साथ ले गए। मुख्यमंत्री के जाने के बाद बचे हुए करीब 100 फरियादियों की समस्या मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोती लाल सिंह ने सुनीं। इस दौरान एडीजी दावा शेरपा व जयनारायण सिंह, कमिश्नर जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता आदि मौजूद रहे।