ग्लोबल ट्रेंडस, फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की गतिविधियां और ब्रेंट कच्चे तेल के दाम इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे. एक्सपर्ट ने यह बात कही है. पिछले सप्ताह शेयर बाजारों में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई. गुरुवार को मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी (Monthly Derivatives Expiry) की वजह से इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ”इस सप्ताह सितंबर माह के फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) एक्सपायरी है. इससे बाजार में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है.”
बाजार के लिए अगम होंगे ये फैक्टर्स
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट – टेक्निकल रिसर्च अमोल अठावले ने कहा, ”कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, डॉलर इंडेक्स की मजबूती और एफआईआई की बिकवाली से बाजार की सेंटिमेंट प्रभावित हुई है. इसके अलावा वैश्विक और मैक्रो इकोनॉमिक डेटा, ग्लोबल मार्केट्स का ट्रेंड्स, कच्चे तेल की कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, एफआईआई और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) की गतिविधियां भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी.”
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ”इस सप्ताह बाजार अमेरिका और ब्रिटेन के जीडीपी और यूरो जोन की महंगाई के आंकड़ों से भी दिशा लेगा.”
पिछले सप्ताह शेयर बाजारों में करीब 3% की गिरावट
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,829.48 अंक या 2.69 फीसदी के नुकसान में रहा, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 518.1 अंक या 2.56 फीसदी टूटा.
फेडरल रिजर्व ने सख्त रुख अपनाने का दिया संकेत
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के रिसर्च हेड (रिटेल) श्रीकांत चौहान ने कहा, ”हालांकि, अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने अपनी हालिया बैठक में प्रमुख ब्याज दर में बदलाव नहीं किया है, लेकिन उसने आगे सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है. इसके अलावा कच्चे तेल के दाम भी उच्च स्तर पर हैं. इन फैक्टर्स से बाजार का रुख नकारात्मक रहा है.”