अयाना/औरैया। थाना क्षेत्र के भूरेपुर में गुरुवार दोपहर को बुजुर्ग किसान गश खाकर चकरोड पर गिर गया। मौके पर मौजूद लेखपालों ने उसे सीएचसी अयाना पहुंचाया। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर एसडीएम और तहसीलदार व अन्य थानों का फोर्स अस्पताल पहुंचा है।
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राजस्व टीम ने मिशन समाधान के तहत एक अगस्त को ग्राम पंचायत अयाना में सरकारी भूमि से अवैध कब्जों को हटवाया था। इसमें भूरेपुर के चकमार्ग को चिह्नित कर कब्जामुक्त करवाया गया था। ग्राम प्रधान छोटेलाल गुप्ता चकरोड पर मनरेगा से कार्य करवा रहे हैं।
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गुरुवार दोपहर को किसान मुंशीलाल खेत देखने गए थे। वहां पर वह गश खाकर चकरोड पर गिर गए। इस पर वहां दूसरा चकरोड खुलवाने के लिए पहुंची राजस्व टीम ने उन्हें एंबुलेंस से सीएचसी अयाना पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया। अनहोनी पर पत्नी इजरावती रोने लगीं।
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मृतक के भाई जयराम ने बताया कि भतीजे लालसिंह व अजय सिंह बाहर नौकरी करते हैं। गुरुवार को भाई खेत देखने गए थे। एक कोने पर चकरोड उनके खेत के अंदर समझ में आया। इसका सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर सके और उनकी जान चली गई। इधर गांव में दूसरे खेत वाले से किसान की बहस होने की भी चर्चा रही।
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घटना की जानकारी एसडीएम अजीतमल गरिमा सोनकिया, तहसीलदार जीतेश वर्मा, थानाध्यक्ष विनोद कुमार, अजीतमल व फफूंद थाना का फोर्स सीएचसी पहुंच गया। थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
गुरुवार दोपहर को गांव का दूसरा चकरोड खुलना था। इसके लिए कानूनगो रणवीर पुष्कर, बीडीओ बब्बन प्रसाद मौर्य, लेखपाल विमलेश मोहन, शशांक गुप्ता, अखिल कुमार, सरिता व आनंद कुमार की टीम गठित की गई थी। घटना के दौरान टीम मौके पर मौजूद थी।
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किसान के गश खाकर गिरने पर पहले चकरोड पर काम कर रहे मनरेगा के मजदूर भी मौके से भाग गए। तहसीलदार अजीतमल जीतेश वर्मा ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने मौके पर पहुंच कर चकरोड की पैमाइश करवाई है। आरोप निराधार हैं। चकरोड बिल्कुल सही बना है। चार मीटर की चिह्नित भूमि में से 3.5 मीटर का चकरोड बनाया गया है। जबकि 0.5 मीटर में दोनों ओर खंदी बनाई गई है।
रिपोर्ट-संदीप राठौर चुनमुन