इस बार टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में जा रहे भारतीय खिलाडियों को सोने के लिए आरामदायक बिस्तर नहीं मिल पाएगा। जापान ने निर्णय किया है कि उनके देश आने वाले खिलाड़ियों को तख्ती से बने बिस्तरों में ही सुलाया जाए।
हालांकि लकड़ी के तख्त में सोने से कमर दर्द जैसी समस्या हो सकती है। लेकिन जापानी सरकार ने किसी भी खिलाड़ी को आरामदायक मखमली बिस्तर देने से मना कर दिया है। इस बार ओलम्पिक खेल जापान के शहर टोक्यो में जुलाई से अगस्त के बीच आयोजित हो रहे हैं।
क्यों कर रही है जापानी सरकार खिलाड़ियों से ऐसा बर्ताव?
जापानी मीडिया के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक सरकार ने सारे ओलम्पिक खेल आयोजन को ग्रीन ही रखने का निर्णय किया है। ओलम्पिक हमेशा एक मंहगा आयोजन होता है। खेल आयोजन व खिलाड़ियों के लिए प्रयोग होने वाले उत्पाद पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इस बार जापान सरकार उन्हीं उत्पादों से बने सामान खरीदेगी या तैयार करेगी जिन्हे पूरी तरह से रिसाइकल – recycle किया जा सके।
कैसे होंगे बिस्तर?
कार्डबोर्ड के बिस्तर तैयार करने वाली जापानी कंपनी एयरवेव का बोलना है कि ये बिस्तर 210सेमी x 90 सेमी के कार्डबोर्ड से तैयार होगा। रूई ये मैटरेस की स्थान पोलिथीन से बने गद्दे होंगे। ये बिस्तर 440 पाउंड के वजन को संभाल सकते हैं। ओलम्पिक समाप्त होने के बाद इन सभी बिस्तरों को दोबारा से रिसाइकिल कर दिया जाएगा। इससे किसी भी तरह से प्रदुषण नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि इस खेलों में हिंदुस्तान भी भाग लेने जाएगा। अब तक प्राप्त आंकड़ो के मुताबिक देश के लगभग 62 खिलाड़ी टोक्यो ओलम्पिक में भाग लेंगे। हॉकी, कुश्ती, तीरंदाजी व धावक जैसे विभिन्न खेल इसमें शामिल हैं।