यूपी के पँचायत चुनाव में होने वाले खूनी संघर्ष पर चिंता जाहिर करते हुए ककुवा ने कहा- अखिर जिला पंचाइत अध्यक्ष अउ ब्लाक परमुख केरे चुनाव जनता ते काहे नाइ करवा जात हयँ? यहिमा सरकार अउ निर्वाचन आयोग का कौनि दिक्कत हय? ई दुनव चुनावन मा खून-खराबा, खरीद-फरोख्त अउ धड़-पकड़ होत हय। युहु सब द्याखत हमरी उमर बीति जाय रही। अबसिलौ द्याखव जिला पंचाइत अउ ब्लाक परमुख केरे चुनाव मा का-का होय गवा। यहिमा हमेशा गुंडे-फट्ठे अउ पैसा वाले ज्यादा जीतत हयँ। बाकी जौनी पार्टी कय सरकार वहिके अध्यक्ष अउ परमुख होय जात हयँ। सरकार बदलतै खन सब पैदर होय जात हयँ। हर पचय साल लोकतंत्र केर युहु तमाशा होत हय। आज जब मैं प्रपंच चबूतरे पर पहुंचा तो चतुरी चाचा, ककुवा, मुंशीजी व बड़के दद्दा बड़ी गम्भीर मुद्रा में बैठे थे। सब आषाढ़ में बारिश न होने, कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका और जिला एवं क्षेत्र पंचायत चुनाव में सदस्यों की खरीद-फरोख्त, धड़-पकड़ व खूनी संघर्ष से चिंतित थे। इन्हीं मुद्दों पर खुसुर-पुसुर हो रही थी। सुबह ही कड़ी धूप खिली थी। लेकिन, पुरवाई चलने से उतनी गर्मी नहीं थी। आज प्रपंच की शुरुआत ककुवा ने की। उन्होंने जिला पँचायत व क्षेत्र पँचायत अध्यक्ष के चुनाव को सीधे जनता से करवाने की जोरदार वकालत की। इस पर सभी परपंचियों ने अपनी सहमति व्यक्त की।
इसी मुद्दे पर चतुरी चाचा ने कहा- ककुवा भाई, तुम बिल्कुल सही कह रहे हो। अगर पंचायतों में भ्रष्टाचार खत्म करना है…लोकतंत्र को स्वच्छ-स्वस्थ रखना है, तो जिला पँचायत एवं क्षेत्र पँचायत अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता से करवाने होंगे। पँचायत चुनाव में इतना सुधार बहुत जरूरी है। तभी त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था मजबूत हो सकेगी। इस पर मोदी और योगी को ध्यान देना चाहिए। सब जानते हैं कि जिला पँचायत व क्षेत्र पँचायत सदस्य वोट की मंडी में खुलेआम बिकते हैं। कुछ सदस्य बाहुबल से उठा लिए जाते हैं। इनको चुनने वाले मतदाता भी जानते हैं कि इन दोनों पदों पर निर्वाचित सदस्य अंततः अपनी निष्ठा नीलाम ही करेंगे। इसके अतिरिक्त सत्ताधारी राजनीतिक दल अपने अधिक से अधिक अध्यक्ष बनाने के लिए शासन-प्रशासन का बेजा इस्तेमाल करता है।
कासिम चचा बोले- इस पँचायत चुनाव में भाजपा कार्यकर्ताओं ने तो अति कर दी। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सदस्यों के साथ जोर-जबर्दस्ती की गई। सत्ता का दुरुपयोग करके भाजपा ने 90 प्रतिशत जिला पंचायत अध्यक्ष अपने बना लिये। जबकि वह जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में बहुत पीछे थी। भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी वही हथकंडा अपनाया है। नामांकन में ही भाजपा ने अपनी गुंडई दिखा दी। भाजपा ने सरकार के दम पर करीब 350 ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध चुनवा लिये। पचास से अधिक उम्मीदवारों के नामांकन निरस्त करवा दिए। बहराइच में बीडीसी को घर से उठाने का विरोध करने पर उसके जेठ को गोली मार दी गई। लखीमपुर में सपा की महिला उम्मीदवार का चीरहरण किया गया। सीतापुर के कसमंडा ब्लॉक में खूनी खेल खेला गया। उन्नाव में भी भाजपा ने सपा को नामांकन करने से रोका था। पूरे प्रदेश में भाजपा ने जीत के लिए बीडीसी का अपहरण किया। सत्ता लोलुप भाजपा ने लोकतंत्र को कलंकित कर दिया।
इस पर बड़के दद्दा भड़क गए। वह बोले- कासिम चचा आज आपको लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की याद आ रही है। आपको मुलायम, अखिलेश और मायावती के कार्यकाल को भी याद करना चाहिए। उनकी सरकारों में हुए पँचायत चुनावों को भूल गए। तब किस तरह सत्ता के दम पर जिला व क्षेत्र पँचायत के अध्यक्ष बनते थे? कितनी गुंडई होती थी? सपा कैसे सदस्यों को उनके घरों से उठा लेती थी? पूरे प्रदेश में कितनी जगह खून की होली खेली जाती थी? किस तरह निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख को हटा दिया जाता था? आपको भाजपा पर अंगुली उठाने के पहले यह सब भी याद करना चाहिए। अभी उन्नाव में सपा के एक एमएलसी भाजपा के लिए बोले- ‘ये साले कहाँ के गुंडे हैं।’ इससे स्पष्ट होता है कि गुंडई सिर्फ सपा की जागीर है।
चतुरी चाचा ने बीच बरवा करते हुए कहा- तुम पंच हर मुद्दे प आपस मा भिड़ जात हौ। सत्ता केरे मामिले मा सब पार्टी याकै तिना हयँ। तुम सब जने इनके फंदे मा न पड़व। तभी चंदू बिटिया बेसन कचालू, गुनगुना नींबू पानी व तुलसी-अदरक की कड़क चाय लेकर आ गई। ककुवा ने कचालू को बड़ा स्वादिष्ट बताते हुए कहा- यहिमा आलू तौ हये नाइ अउ द्याखय आलू लागि रहे। चतुरी चाचा ने बताया- हमार बहुरिया पहिले बेसन ते आलू बनावत हय। फिरि वहिते कचालू बनाय देत हय। सबने बेसन कचालू ख़ाकर पानी पीया। फिर कुल्हड़ वाली चाय के साथ प्रपंच आगे बढ़ा।
मुंशीजी ने कहा- मोदी जी ने अपने मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल करके सबको चौंका दिया है। प्रधानमंत्री ने अपने 12 मंत्रियों की छुट्टी कर दी है। वहीं, 43 नए मंत्री बनाए हैं। यह परिवर्तन कुछ राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है। अब लोगों की टकटकी यूपी में लगी है। यहाँ योगी जी भी अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने वाले हैं। वैसे यूपी की राजनीति गरमा गई है। भाजपा के खिलाफ ओवैसी व राजभर ‘ए टू जेड एलायंस’ बना रहे हैं। अखिलेश और केजरीवाल में खिचड़ी पक रही है। मायावती सवर्णों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं। राहुल भी अपने तरीके से कांग्रेस को जिंदा करने में लगे हैं। योगी जी ने तो आगामी विधानसभा चुनाव का भाजपाई-एजेंडा सेट ही कर दिया है। उन्होंने यूपी में नई जनसँख्या नीति का पासा फेंक दिया है।
चतुरी चाचा ने मुझसे कोरोना अपडेट देने की बात कही। मैंने सबको बताया कि विश्व में अबतक 18 करोड़ 69 लाख लोग कोरोना से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें 40 लाख 35 हजार लोगों की मौत हो गई। इसी तरह भारत में अबतक पौने चार करोड़ से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें चार लाख से ज्यादा लोगों की मौत चुकी है। अभी दक्षिण भारत में कोरोना संक्रमण की गति थमी नहीं है। वहीं, उत्तर भारत में कोरोनो संक्रमण थोड़ा थम गया है। टीकाकरण अभियान अब गति पकड़ चुका है। अभी तक 37 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। तीसरी लहर से निबटने के लिए मोदी सरकार कमर कस चुकी है। बस, हम सबको मॉस्क और दो गज की दूरी का पालन करना चाहिए। इसी के साथ आज का प्रपंच समाप्त हो गया। मैं अगले रविवार को चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे पर होने वाली बेबाक बतकही लेकर फिर हाजिर रहूँगा। तबतक के लिए पँचव राम-राम!